मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में मानसून का प्रभाव लगभग समाप्त हो चुका है। 30 सितंबर को मानसून का आधिकारिक अंत हो गया, जिसके बाद से अधिकतर जिलों में बारिश का सिलसिला थम गया है। हालांकि, कुछ जिलों में अभी भी बारिश की संभावना बनी हुई है।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
मौसम विभाग के अनुसार, हवाओं में हो रहे बदलाव के कारण कुछ क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। अरब सागर में एक चक्रवात और उत्तरी तमिलनाडु से केरल तक एक द्रोणिका सक्रिय है, जिससे मौसम में परिवर्तन हो रहा है। बुधवार को चक्रवात के कम दबाव के क्षेत्र में बदलने की संभावना है, जिससे कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
संभावित बारिश के जिले
विभिन्न मौसम सिस्टम के कारण जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में बारिश होने की उम्मीद है। इन जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है, जबकि शेष क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। अरब सागर में लो प्रेशर एरिया बनने के कारण पूर्वी हिस्से में अगले दो दिन में कुछ जिलों में बारिश का अनुमान है।
बूंदाबांदी की संभावना
मौसम विभाग का कहना है कि अगले एक-दो दिन में मध्य प्रदेश के 21 जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। इनमें अनूपपुर, डिंडौरी, बालाघाट, बैतूल, बुरहानपुर, सिंगरौली, सतना, शहडोल, उमरिया, छिंदवाड़ा, और मंडला शामिल हैं। राजधानी भोपाल में भी हल्के बादलों की आवाजाही रहने की संभावना है।
पश्चिमी क्षेत्र में तेज धूप
जबकि प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के आसार हैं, वहीं मध्य प्रदेश के पश्चिमी जिलों में तेज धूप खिलने की उम्मीद है। इन जिलों में मंदसौर, नीमच, रतलाम, उज्जैन, देवास, आगर, शाजापुर, भोपाल, सीहोर, विदिशा, रायसेन, गुना, अशोकनगर, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, इंदौर, खरगोन, खंडवा, हरदा, नर्मदापुरम, सागर, दमोह, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, और श्योपुर शामिल हैं। यहाँ मौसम साफ रहने की संभावना है।