मध्य प्रदेश में झमाझम बारिश के बाद अब मानसून का विदाई का सिलसिला जारी है। कई जिलों में बारिश थमने के बाद लोगों को उमस का एहसास हो रहा है, जिससे गर्मी बढ़ गई है। रात के समय हल्की ठंडक भी महसूस की जा रही है। मौसम विभाग ने सोमवार को 9 जिलों में बारिश की संभावना जताई है, जहां गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की उम्मीद है।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
राज्य के लगभग 34 जिलों से अब तक मानसून विदा हो चुका है। शनिवार को मध्य प्रदेश के पश्चिमी जिलों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई हो गई। हालांकि, पश्चिम बंगाल के आसपास बने चक्रवात के कारण 7 अक्टूबर को प्रदेश के कई जिलों में बारिश की संभावना बनी हुई है। ग्वालियर, बड़वानी, खरगोन, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, अनूपपुर, सीधी और सिंगरौली में बारिश की संभावना है। गरज-चमक के साथ बारिश होने से मौसम में ठंडक बढ़ जाएगी।
22 जिलों में बारिश का अनुमान
मौसम विशेषज्ञों ने सोमवार को सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, धार, इंदौर, देवास, ग्वालियर, मुरैना, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। साथ ही, इन जिलों में वज्रपात और झंझावात की घटनाएं भी हो सकती हैं।
बारिश का कारण
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है, जबकि झारखंड से मणिपुर तक एक द्रोणिका फैली हुई है। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से पूर्वी मध्य प्रदेश में बादल छा सकते हैं। पाकिस्तान के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ भी बना हुआ है, और राजस्थान एवं मध्य प्रदेश पर एक प्रति चक्रवात सक्रिय है। इसी कारण सोमवार को जबलपुर और शहडोल संभाग के कुछ जिलों में बारिश की संभावना है। शेष क्षेत्रों में प्रति चक्रवात के प्रभाव से मौसम धीरे-धीरे शुष्क हो रहा है, और तीन से चार दिनों में पूरे प्रदेश से मानसून की वापसी के आसार हैं।