Israel Vs Iran: इजराइल और ईरान के बीच तनाव तेजी से बढ़ रहा है, जिससे युद्ध का खतरा बढ़ गया है। हाल ही में ईरान ने इजराइल पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया, जिसके बाद इजराइल ने अपनी आक्रामकता बढ़ाते हुए कहा कि ईरान ने बड़ी गलती की है और उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
सैन्य ताकत का तुलनात्मक विश्लेषण
दोनों देश मध्य पूर्व में महत्वपूर्ण हैं और उनकी सैन्य क्षमताओं की तुलना करना महत्वपूर्ण है।
रक्षा बजट और सक्रिय सैनिक
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान का रक्षा बजट इजराइल से कम है, लेकिन सक्रिय सैनिकों की संख्या में ईरान का पलड़ा भारी है। इजराइल की सेना लगभग 1.70 लाख सैनिकों की है, जबकि ईरान की सेना में संख्या ज्यादा है।
ईरान का मिसाइल बेड़ा
ईरान के पास एक विशाल मिसाइल बेड़ा है, जिसमें बैलिस्टिक और क्रूज़ मिसाइलों के साथ-साथ ड्रोन शामिल हैं। ये मिसाइलें 2,000 किलोमीटर तक मार कर सकती हैं, जिससे ईरान को एक मजबूत सैन्य आधार मिलता है।
हवाई ताकत में इजराइल का वर्चस्व
हवाई हमलों में इजराइल की स्थिति मजबूत है। इजराइल के पास 612 लड़ाकू विमान हैं, जबकि ईरान के पास 551। इजराइल की वायुसेना में अत्याधुनिक विमानों का समावेश है, जैसे F-15 और F-16।
जमीनी बलों की तुलना
जमीनी ताकत के मामले में ईरान का पलड़ा भारी है, क्योंकि उसके पास 4,071 टैंक हैं, जबकि इजराइल के पास 2,200 टैंक हैं। हालाँकि, इजराइल के पास अत्याधुनिक मर्कवा टैंक हैं।
नौसेना की स्थिति
नौसेना के मामले में दोनों देश मजबूत नहीं हैं। ईरान के पास 67 नावें और 19 पनडुब्बियां हैं, जबकि इजराइल के पास 101 नावें और 5 पनडुब्बियां हैं।
परमाणु शक्ति
परमाणु हथियारों के मामले में इजराइल आगे है, उसके पास लगभग 80 परमाणु हथियार हैं। ईरान की परमाणु क्षमता के बारे में खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन इसकी विकास की कोशिशें चल रही हैं।
ईरान की सैन्य संरचना
ईरान का सैन्य ढांचा काफी मजबूत है, जिससे उसे प्रतिद्वंद्वियों से सीधा मुकाबला करने में सहायता मिलती है। वह पश्चिम एशिया में विभिन्न प्रॉक्सी मिलिशिया को समर्थन देता है, जो जरूरत पड़ने पर ईरान के साथ मिलकर कार्य कर सकते हैं।
इजराइल की नागरिक सेना
इजराइल में हर नागरिक को अनिवार्य रूप से सेना में सेवा देनी होती है। इसके रिजर्व सैनिकों की संख्या लगभग 4,65,000 है, जिससे इजराइल की सैन्य क्षमताओं में काफी बढ़ोतरी होती है।
रक्षा प्रणालियाँ
इजराइल की आयरन डोम वायु रक्षा प्रणाली कम दूरी की मिसाइलों को रोकने में सक्षम है, जबकि ईरान के पास बावर-373 और एस-300 जैसी शक्तिशाली प्रणालियाँ हैं।
साइबर युद्ध में इजराइल की बढ़त
इजराइल साइबर युद्ध और सुरक्षा में अग्रणी है, जबकि ईरान की क्षमताएँ इस क्षेत्र में सीमित हैं। इजराइल की तकनीकी विशेषज्ञता और प्रशिक्षण ने उसे इस क्षेत्र में मजबूत बनाया है।
इजराइल और ईरान के बीच सैन्य ताकत की तुलना यह दर्शाती है कि दोनों देशों के पास अपने-अपने तरीके की ताकतें हैं। जबकि ईरान के पास संख्या की अधिकता है, इजराइल की आधुनिक तकनीक और रणनीति उसे एक महत्वपूर्ण लाभ देती है। तनाव बढ़ने के साथ, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि भविष्य में इन देशों के बीच क्या होता है।