मध्यप्रदेश में मानसून का दौर समाप्त होने की ओर है, जबकि कुछ जिलों में हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग ने ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी और श्योपुर जिलों से मानसून के लौटने की घोषणा की है। उज्जैन संभाग के कुछ अन्य जिलों में भी मानसून की विदाई हो रही है, जबकि जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभागों से अंत में विदाई होगी।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर में बूंदाबांदी और गरज-चमक की स्थिति रह सकती है। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर सहित अन्य जिलों में तेज धूप देखने को मिलेगी। भोपाल समेत अधिकांश जिलों में दिन का पारा बढ़ने की संभावना है। हालांकि, बादल और बौछारों के अभाव में तापमान में कुछ कमी हो सकती है। बुधवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 2 डिग्री अधिक था। रात के तापमान में थोड़ी कमी आएगी, जिससे सुबह में हल्की ठंड का अनुभव होगा।
आने वाले दिनों में मानसून की विदाई
मध्यप्रदेश में 21 जून को मानसून ने दस्तक दी थी, और ग्वालियर चंबल में 28 जून को पहुंचा। यहां से सबसे पहले मानसून की विदाई हुई है। अब मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 4 अक्टूबर को बंगाल की खाड़ी में सक्रिय लो प्रेशर क्षेत्र की वजह से प्रदेश के पूर्वी हिस्से से मानसून की विदाई में देरी हो सकती है।मौसम विभाग ने बताया कि धीरे-धीरे सर्दी का असर बढ़ेगा। 20 अक्टूबर से रात में सर्दी महसूस होने लगेगी, जबकि दिन में गर्मी बनी रहेगी।
तापमान का हाल
बारिश के कम होने से तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रही है। ग्वालियर-खजुराहो में अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि अन्य स्थानों जैसे टीकमगढ़, गुना, भोपाल आदि में तापमान 35 डिग्री के पार है।
बारिश का रिकॉर्ड
मौसम विभाग के अनुसार, इंदौर और नर्मदापुरम संभागों में कुछ जिलों में बारिश हुई है। बारिश के मामले में मंडला जिला सबसे ऊपर है, जहां अब तक 60.65 इंच वर्षा हुई है, जबकि सामान्य बारिश 47.3 इंच थी। अन्य जिलों में भी अच्छी वर्षा दर्ज की गई है, जैसे सिवनी (56.82 इंच), निवाड़ी (52.75 इंच) और श्योपुर (52.09 इंच)।