मध्य प्रदेश में आगामी दिनों में तेज बारिश का एक नया दौर शुरू होने वाला है। प्रदेश के आठ जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है, जबकि अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिलेगी। मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिसका प्रभाव प्रदेश के विभिन्न हिस्सों पर पड़ेगा।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
मौसम विभाग के अनुसार, डिंडौरी, देवास, बालाघाट, खरगोन, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, बैतूल और पांढुर्णा में भारी बारिश की संभावना है। साथ ही जबलपुर, भोपाल, इंदौर, उज्जैन जैसे कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके अलावा, नीमच, ग्वालियर, मंदसौर, भिंड, रतलाम, मुरैना, उज्जैन, श्योपुर, आगर-मालवा, दतिया, कटनी, शिवपुरी, मऊगंज, गुना, रीवा, अशोकनगर, सतना, निवाड़ी, पन्ना, टीकमगढ़ और छतरपुर में धूप देखने को मिलेगी।
इन जिलों में तेज बारिश की संभावना
22 सितंबर को मध्य प्रदेश की राजधानी सहित कई स्थानों पर मौसम शुष्क रहा। नर्मदापुरम, धार और रतलाम में हल्की बारिश हुई, लेकिन खजुराहो सबसे गर्म रहा। यहां दिन का अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि उज्जैन में तापमान 35.8 डिग्री, ग्वालियर में 35.2 डिग्री और गुना में 35.5 डिग्री रहा।
खंडवा में कुछ दिनों की राहत के बाद 23 सितंबर से फिर से बारिश की संभावना जताई जा रही है। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के सक्रिय होने के कारण खंडवा में आज हल्की बारिश हो सकती है, जबकि 25 सितंबर से तेज बारिश की संभावना है। खंडवा में अब तक 838.4 मिमी बारिश हो चुकी है, जो पिछले साल के आंकड़े 851.8 मिमी से थोड़ी कम है।
इन जिलों में हल्की बारिश की संभावना
मौसम की स्थिति को देखते हुए, मानसून द्रोणिका बीकानेर, गुना, मंडला, राजनांदगांव और गोपालपुर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में दो चक्रवात बने हुए हैं, जो 23 सितंबर को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। इसके परिणामस्वरूप मध्य प्रदेश में एक बार फिर बारिश की गतिविधियों में तेजी आने का अनुमान है।