अगले 12 घंटों में प्रदेश के इन 9 जिलों में मौसमी तूफ़ान के साथ बरसेंगे बादल, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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मध्य प्रदेश में एक बार फिर से कई जिलों में बारिश का दौर शुरू हो गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 24-48 घंटों के लिए कई जिलों में भारी से अतिभारी बारिश का डबल अलर्ट जारी किया है। विशेष रूप से, ग्वालियर समेत आठ जिलों में प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है।

प्रदेश में मौसम का मिजाज

अतिभारी बारिश की चेतावनी विदिशा, अशोकनगर, दतिया, भिंड, सीधी, रीवा, सतना, शहडोल, उमरिया, जबलपुर, नरसिंहपुर, पन्ना, सागर, छतरपुर और टीकमगढ़ जिलों के लिए दी गई है, जहां गरज और बिजली के साथ बहुत भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है।

इसके अलावा, 25 अन्य जिलों में भी येलो अलर्ट लागू किया गया है। इनमें भोपाल, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, शाजापुर, आगर, गुना, शिवपुरी, ग्वालियर, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, मऊगंज, अनूपपुर, डिंडोरी, कटनी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह, निवाड़ी और मैहर शामिल हैं। इन जिलों में भी गरज और बिजली के साथ भारी बारिश का पूर्वानुमान है।

इन जिलों में बारिश का रेड अलर्ट

इस बीच, बंगाल की खाड़ी में बना डीप डिप्रेशन एरिया रांची, झारखंड के ऊपर सक्रिय हो गया है। यह आगे बढ़ते हुए तीव्र निम्न दाब (Ultra low pressure) के क्षेत्र में बदलने की संभावना है और आगामी 24 घंटों के दौरान झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ से होते हुए उत्तर पश्चिम दिशा में सक्रिय होने का अनुमान है। इन मौसमी परिवर्तनों को देखते हुए, लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियाँ बरतने की सलाह दी गई है।

मध्य प्रदेश में मौसम के कई सिस्टम एक साथ सक्रिय हैं, जिससे राज्य में भारी बारिश की संभावना बढ़ गई है। बंगाल की खाड़ी में बना डीप डिप्रेशन एरिया रांची, झारखंड के ऊपर बिगड़ गया है। यह आगे बढ़ते हुए तीव्र निम्न दाब (Ultra low pressure) के क्षेत्र में बदलने की उम्मीद है और आगामी 24 घंटों में झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ की ओर उत्तर-पश्चिम दिशा में सक्रिय होगा। इसके अलावा, एक मजबूत चक्रवात भी सक्रिय है। इन सभी मौसमी प्रणालियों के समवर्ती प्रभाव से जबलपुर समेत संभाग के मंडला, डिंडौरी, बालाघाट और अंचल के रीवा, सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर, शहडोल और उमरिया में भारी से अतिभारी बारिश की संभावना है। उत्तरी संभाग, जिसमें ग्वालियर, चंबल, रीवा और सागर जिलें शामिल हैं, पर इसका सबसे अधिक असर दिखाई देगा।

इन जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना

मध्य प्रदेश में अब तक औसतन 40.4 इंच बारिश हो चुकी है। विशेष रूप से, श्योपुर जिले में सामान्य से दोगुनी बारिश दर्ज की गई है, जो कि 195% है। मंडला में सबसे अधिक 55.6 इंच बारिश हुई है, जबकि रीवा में केवल 24 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है। छतरपुर, शहडोल, सीहोर और शाजापुर में भी 90 प्रतिशत से अधिक बारिश हुई है।

इसके अलावा, भोपाल, नर्मदापुरम, सीहोर, रायसेन, ग्वालियर, रतलाम, उमरिया, छिंदवाड़ा और नरसिंहपुर समेत 35 जिलों में बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। आने वाले दिनों में तेज बारिश की संभावना बनी हुई है, जिससे मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में सामान्य से अधिक बारिश का रिकॉर्ड बनने की आशंका है।