IMD Alert: मॉनसून धीरे-धीरे समाप्त होने की ओर है, लेकिन देश के उत्तरी और पूर्वोत्तर हिस्सों में अभी भी बारिश जारी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारी बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया है, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली एनसीआर में पिछले चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, आज यानी शनिवार को भी दिल्ली और एनसीआर में हल्की बारिश होने की संभावना है। हालांकि, दोपहर से शाम तक बारिश की उम्मीद कम है।
देश में मौसम का मिजाज
पश्चिम बंगाल में दबाव प्रणाली के कारण हुई अत्यधिक भारी बारिश ने झारखंड के चतरा, गढ़वा, और लातेहार जिलों में गंभीर जलभराव पैदा कर दिया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इन जिलों में भारी बारिश के चलते कई पुलिया और डायवर्सन बह गए हैं, जिससे क्षेत्रीय परिवहन प्रभावित हुआ है।
हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश के कारण गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो गई हैं। सोमवार को बारिश के चलते 74 सड़कें बंद हो गईं और पांच बिजली आपूर्ति प्रणालियाँ फेल हो गईं। सोलन जिले के कुमारहट्टी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर हुए भूस्खलन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। हालांकि, किसी के हताहत होने की खबर नहीं है और अधिकारियों ने सड़क पर मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया है। मानसून की शुरुआत से अब तक राज्य में भारी बारिश के कारण 171 लोगों की मौत हो चुकी है और राज्य को 1,327 करोड़ रुपये का वित्तीय नुकसान भी हुआ है।
इन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
आईएमडी के अनुसार, पश्चिम बंगाल पर बने दबाव प्रणाली के पश्चिम की ओर बढ़ने से पूर्वी राजस्थान में 18 और 19 सितंबर को भारी वर्षा होने की संभावना है। दक्षिणी पश्चिम बंगाल में भी दबाव का प्रभाव जारी है, जहां कोलकाता में बारिश के कारण जलभराव हो गया है और चंद्रकोना में धान और जूट की खेती करने वाले किसानों को नुकसान हुआ है। नदियों का जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ रहा है और समुद्र में लहरें उठ रही हैं, जिसके कारण मछुआरों को पानी में जाने से बचने की सलाह दी गई है और कई नौका सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं।
इन राज्यों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना
आईएमडी ने पड़ोसी राज्यों ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। इन क्षेत्रों में भी मौसम प्रणाली के प्रभाव से बारिश और संबंधित समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। धान की फसलों को भी काफी नुकसान पहुँचा है। चतरा जिले के टंडवा में सोमवार को 163 मिमी बारिश हुई, जो इस साल झारखंड में सबसे अधिक है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गढ़वा, पलामू, लातेहार और सिमडेगा जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। स्वर्णरेखा और खरकई नदियों का जलस्तर भी खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। मंगलवार से झारखंड में बारिश कम होने की उम्मीद है क्योंकि दबाव का क्षेत्र पश्चिम की ओर बढ़ रहा है।