मध्य प्रदेश में बारिश का सिलसिला लगातार जारी है, और नई मौसम प्रणालियों के प्रभाव से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में झमाझम वर्षा की संभावना है। मौसम विभाग ने जबलपुर, रीवा सहित चार संभागों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। अनुमान के अनुसार, 13 सितंबर तक प्रदेश में रुकरुक कर वर्षा होने की आशंका है।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
प्रदेश में वर्तमान में एक मजबूत मौसम प्रणाली विकसित हो रही है। इसके साथ ही ओडिशा के पास एक डिप्रेशन भी सक्रिय है, जो मध्य प्रदेश में प्रभाव डाल सकता है। इस नए मौसम सिस्टम के चलते, अगले तीन से चार दिनों में प्रदेश भर में व्यापक वर्षा की संभावना है। कुछ स्थानों पर हल्की तो कुछ स्थानों पर तेज वर्षा हो सकती है। इस प्रकार की मौसम गतिविधियाँ सामान्य से अधिक बारिश का संकेत देती हैं, और इससे संभावित बाढ़ की स्थितियाँ भी उत्पन्न हो सकती हैं। स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को सावधान रहने की सलाह दी गई है।
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, आज सोमवार को मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। जिन जिलों में विशेष रूप से बारिश की संभावना जताई गई है, उनमें छतरपुर, टीकमगढ़, शिवपुरी, मुरैना, श्योपुरकलां, रीवा, भोपाल, रायसेन, राजगढ़, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, झाबुआ, धार, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, शिवानी, बालाघाट, इंदौर, उज्जैन, आगर, मंदसौर, नीमच और अनूपपुर शामिल हैं।
रविवार को मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में मौसम ने हल्की वर्षा का अनुभव कराया। भोपाल, उज्जैन, रतलाम, खजुराहो, मलाजखंड, धार, बालाघाट, बैतूल, पचमढ़ी और गुना में हल्की बारिश हुई। इसके अतिरिक्त, नर्मदापुरम के इटारसी और राजगढ़ के सारंगपुर में भी बारिश की रिमझिम फुहारें पड़ीं।
अब तक कहाँ कितनी हुई बारिश
अब तक मध्य प्रदेश में 36.4 इंच बारिश हो चुकी है, जो इस मौसम के सामान्य वर्षा का 98 प्रतिशत है। सामान्यत: प्रदेश में 37.3 इंच बारिश होती है, यानी सामान्य वर्षा के स्तर को पूरा करने के लिए सिर्फ 1 इंच से भी कम पानी की आवश्यकता है। अभी तक, भोपाल, ग्वालियर समेत 28 जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। श्योपुर में सबसे अधिक 169 प्रतिशत वर्षा दर्ज की गई है, जबकि रीवा में सबसे कम 60 प्रतिशत यानी 23.3 इंच बारिश हुई है।