मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी है, जिसमें गरज और चमक भी शामिल है। सोमवार को प्रदेश के कई जिलों में भारी वर्षा हुई। विशेष रूप से भोपाल और इंदौर शहरों में बारिश दर्ज की गई, और कुल मिलाकर 20 जिलों में बारिश का अनुभव हुआ।
प्रदेश में मौसम मिजाज
इंदौर और उज्जैन संभाग के आठ जिलों में अत्यधिक बारिश हुई। धार जिले में सबसे ज्यादा बारिश हुई, जहां पौन इंच पानी गिरा। रतलाम में भी आधा इंच वर्षा हुई। इसके अलावा, उज्जैन, दमोह, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, सतना, उमरिया, बालाघाट, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, खरगोन, पचमढ़ी, रायसेन जैसे जिलों में भी हल्की-फुल्की बारिश दर्ज की गई।
इन बारिशों से न केवल मौसम में राहत मिली है, बल्कि जलस्तर में भी सुधार हुआ है और फसलों के लिए अच्छा संकेत भी है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है।
‘इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट’
राजधानी भोपाल में लगातार तीन दिनों की बारिश के बाद, सोमवार दोपहर को धूप दिखाई दी। हालांकि, दिन में हल्की बूंदाबांदी भी जारी रही। भारी बारिश के कारण बाणसागर बांध पूरी तरह से भर गया है, जिससे बांध के तीन गेट खोलने की आवश्यकता पड़ी है। इसके अलावा, भोपाल में भदभदा डैम और कलियासोत डैम के गेट भी खोले गए हैं, ताकि अतिरिक्त पानी को नियंत्रित किया जा सके।
अलीराजपुर में भी भारी बारिश हुई है, जिसके चलते कलेक्टर ने मंगलवार के लिए पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों की छुट्टी घोषित कर दी है। यह निर्णय बारिश के प्रभाव और संभावित जलभराव को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
‘गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना’
मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मौसम की भविष्यवाणी की है। सागर, रीवा, और शहडोल संभागों में भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। वहीं, प्रदेश के अन्य हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी होने की उम्मीद है। विशेष रूप से, अलीराजपुर, झाबुआ और धार जिलों समेत कुल आठ जिलों में हल्की बारिश का अनुमान है। इसके अतिरिक्त, मंदसौर, भिंड, मुरैना, सिंगरौली, मऊगंज, सीधी, पन्ना, बड़वानी, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास और छतरपुर जिलों में भी हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रह सकती है।
यह मौसम गतिविधियाँ किसानों, यातायात और दैनिक जीवन पर प्रभाव डाल सकती हैं, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर हादसे भी हुए हैं। रीवा में एक दीवार गिरने से चार बच्चों की मौत हो गई, जबकि सागर में एक अन्य दीवार गिरने से नौ बच्चे जान गंवा बैठे। इन घटनाओं के बाद राज्य सरकार ने जर्जर इमारतों के खिलाफ एक विशेष अभियान शुरू किया है।