DA Hike: सातवें वेतन आयोग के तहत केंद्र सरकार द्वारा सितंबर के पहले सप्ताह में कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ते (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) में दूसरी बार वृद्धि की घोषणा की जा सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बार डीए और डीआर दोनों में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी की संभावना है, जो कि 1 जुलाई 2024 से प्रभावी होगी।
केंद्र सरकार आमतौर पर साल में दो बार महंगाई भत्ता और महंगाई राहत में वृद्धि करती है, मार्च और सितंबर में। ये बढ़ोतरी पूर्वव्यापी रूप से लागू की जाती है, जिसका मतलब है कि जनवरी और जुलाई से नई दरें लागू होती हैं। जनवरी में, डीए में 4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ यह मूल वेतन का 50 प्रतिशत तक पहुंच गया था। इस मील के पत्थर के बाद, अन्य भत्तों में भी 25 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई थी। अब, जुलाई-दिसंबर 2024 की अवधि के लिए डीए में 3 प्रतिशत की और वृद्धि की उम्मीद की जा रही है, जो कि पेंशनभोगियों के डीआर पर भी लागू होगी।
महंगाई भत्ते की गणना अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (एआईसीपीआई) के आधार पर की जाती है, जो विभिन्न क्षेत्रों में खुदरा कीमतों में बदलाव को ट्रैक करता है। इससे पहले, डीए की गणना के लिए आधार वर्ष 2001 का उपयोग किया जाता था, लेकिन सितंबर 2020 से इसे बदलकर आधार वर्ष 2016 के साथ नया उपभोक्ता मूल्य सूचकांक लागू किया गया है।
2 अगस्त को आई खबरों के अनुसार, केंद्र सरकार ने सितंबर में डीए में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने की योजना बनाई है। इस बढ़ोतरी का प्रभाव 1 जुलाई 2024 से लागू होगा, जिससे कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की महंगाई राहत में भी इसी तरह की वृद्धि देखने को मिलेगी। यह कदम महंगाई के दबाव को कम करने और कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।