मध्यप्रदेश में बारिश का प्रभाव अब भी बरकरार है। मौसम विभाग ने राज्य के 10 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे कई जगहों पर जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव की समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं और लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदेश में मौसम का मिजाज
मॉनसून ने एक बार फिर मध्यप्रदेश में सक्रियता बढ़ा दी है, और आगामी दो दिनों में कई जिलों में बारिश जारी रहेगी। प्रदेश के उमरिया, बांधवगढ़, शहडोल और बाणसागर बांध में भारी वर्षा की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, पश्चिमी झारखंड में बने चक्रवात का प्रभाव मध्यप्रदेश पर पड़ रहा है, जिससे प्रदेश में बारिश की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इसके अतिरिक्त, तीन अन्य मौसम प्रणालियां भी सक्रिय हैं जो बारिश के रुझान को बढ़ा रही हैं।
अब तक मध्यप्रदेश में 645.2 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य वर्षा से कहीं अधिक है। चक्रवात के कारण अगले दो दिनों में मौसम में काफी बदलाव देखने को मिल सकता है, और अधिकांश जिलों में लगातार बारिश की संभावना है।
‘इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट’
मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें शामिल हैं: भोपाल, बैरागढ़, सीहोर, बड़वानी, बावनगजा, धार, मांडू, इंदौर, देवास, शाजापुर, राजगढ़, आगर, उज्जैन, महाकालेश्वर, श्योपुर कलां, भिंड, दतिया, रतनगढ़, मुरैना, ग्वालियर, मंदसौर, रतलाम, धोदावद, झाबुआ, और अलीराजपुर। इन क्षेत्रों के लिए ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसका मतलब है कि इन जिलों में जोरदार बारिश की संभावना है।
‘गरज-चमक के साथ बारिश की आशंका’
मौसम विभाग ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश के कई जिलों के लिए भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। विशेष रूप से सतना, मैहर, सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर और पन्ना जिलों में अत्यधिक बारिश की संभावना है। इसके साथ ही रीवा, मऊगंज, शहडोल, नर्मदापुरम, डिंडोरी, मंडला, बालाघाट, बैतूल, खंडवा, बुरहानपुर, गुना, अशोकनगर, भिंड, शिवपुरी, सागर, दमोह, निवाड़ी, टीकमगढ़, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, छतरपुर, सिवनी, कटनी, उमरिया, विदिशा, जबलपुर, शाजापुर और राजगढ़ में मध्यम बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की दी चेतावनी
मध्यप्रदेश के अधिकतर हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण कई डैम के गेट खोले गए हैं। यह कदम डैम को सुरक्षित रखने और संभावित बाढ़ की स्थिति से बचने के लिए उठाया गया है। डैम के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के प्रयास जारी हैं। मौसम विभाग की इस चेतावनी के मद्देनजर, स्थानीय प्रशासन ने भी तैयारियों को तेज कर दिया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।