मध्य प्रदेश में इस साल असामान्य रूप से भारी मानसूनी बारिश हो रही है। लगातार हो रही बारिश से नदियां, नाले और सड़कें भी उफान पर हैं। जून और जुलाई में होने वाली अपेक्षित मानसूनी बारिश का आधा से अधिक हिस्सा पहले ही दर्ज किया जा चुका है। भारी बारिश के कारण शुक्रवार को कोलार, तवा और बरगी समेत राज्य के नौ बड़े बांधों के दरवाजे खोल दिए गए। कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं।
’12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट’
मौसम विभाग ने 12 जिलों- नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, सीहोर, रायसेन, छिंदवाड़ा, बालाघाट, डिंडोरी, सिवनी, मंडला, अनूपपुर, श्योपुर और शिवपुरी में अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। भोपाल और जबलपुर समेत 23 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
‘प्रदेश में मौसम का मिजाज’
नमी से भरी दक्षिण-पश्चिमी हवाओं का लगातार आना राज्य को प्रभावित कर रहा है। इस मौसमी सिस्टम के कारण गुरुवार देर रात से भारी बारिश हो रही है और अगले दो दिनों तक जारी रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने इसके लिए अलर्ट जारी किया है। शनिवार को यह सिस्टम आगे बढ़ेगा और राज्य के दक्षिणी और मध्य भागों को प्रभावित करेगा। इसलिए कई जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किए गए हैं। पूरे राज्य में भारी बारिश होने की संभावना है। बिजली गिरने और बाढ़ आने की भी संभावना है।
‘देश में मौसम का मिजाज’
पश्चिमी और मध्य भारत के क्षेत्रों में अगले 5 दिनों में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश होगी। 3 अगस्त को मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी मध्य प्रदेश, कोंकण-गोवा, पश्चिमी मध्य प्रदेश और गुजरात क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है।