इंदौर के 22 वर्षीय युवक आयुष पंजाबी का ब्रेन डेथ के बाद परिवालों ने अंगदान कर कई लोगों को नया जीवन दिया। आयुष लंबे समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और उनका इलाज शहर के एक निजी अस्पताल में चल रहा था।
सोमवार को डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि आयुष का ब्रेन काम नहीं कर रहा है और उन्हें ब्रेनडेड घोषित कर दिया गया। इस खबर के बाद मुस्कान ग्रुप के सेवादार जीतू बगानी और संदीपन आर्य ने आयुष के परिवार से संपर्क किया और उन्हें अंगदान के लिए प्रेरित किया। परिवार ने उनकी बातों को समझा और अंगदान के लिए अपनी सहमति दी।
आयुष के दो किडनी, लीवर और फेफड़े सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किए गए। एक किडनी को इंदौर के ही एक अस्पताल में भर्ती रोगी को लगाया गया, जबकि दूसरी किडनी और लीवर को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भेजा गया। आयुष के फेफड़े भी एक अन्य रोगी को प्रत्यारोपित किए गए।
आयुष के इस नेक कार्य ने ना केवल चार लोगों को नया जीवन दिया है, बल्कि हजारों लोगों के दिलों को भी छू लिया है। इंदौर में 57 वां ग्रीन कारिडोर बना।