एक बार फिर इंदौर ने दुनिया को बता दिया है कि संकल्प को सिद्धि तक पहुंचाने में उसको महारत हासिल है। इंदौर में रेवती रेंज पर वृक्षारोपण का वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया है. समाचार लिखे जाने तक 12 लाख से ज्यादा पौधे रोपित हो चुके थे। सूर्य की किरणें धरती पर पहुंचने से पहले ही इंदौरवासियों का रेवती रेंज पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। मकसद एक ही था वर्ल्ड रिकार्ड बनाने के साथ शहर के लिए भविष्य की एक धरोहर को तैयार करना। एक महीने से ज्यादा समय से चली आ रही मेहनत आखिर रंग लाई और इंदौरवासियों के भागीरथी प्रयास सफल हुए। इंदौर अपने उद्देश में कामयाब हुआ और नागरिकों को जोश इतना हाई था कि वृक्षारोपण का आंकड़ा 12 लाख को पार कर गया। रेवती रेंज पर 11 लाख वृक्षारोपण के वर्ल्ड रिकॉर्ड में 200 से ज्यादा सामाजिक संगठनों और संस्थाओं के 40 हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया।
दुनिया का सबसे विशाल जनभागीदारी का कार्यक्रम एक पेड़ मां के नाम के अंतर्गत रविवार को सुबह छह बजे से 11 लाख पेड़ों को लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का अभियान रेवती रेंज पर शुरु हुआ। विश्व के नक्शे में इंदौर का नाम रोशन करने और इंदौर को हरा-भरा बनाने के लिए 100 से ज्यादा समाज और संस्थाओं के 50 हजार से ज्यादा लोग रेवती रेंज पर पहुंचे और इंदौर में चल रहे 51 लाख वृक्षारोपण के महाअभियान में अपना योगदान दिया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमितजी शाह थे।
कार्यक्रम का प्रारंभ सुबह छह बजे से हो गया था. सुबह रेवती रेंज पर माननीय नगरीय प्रशासन मंत्री श्री कैलाशजी विजयवर्गीय, महापौर श्री पुष्यमित्रजी भार्गव,कलेक्टर आशीषजी निगम, कमिश्नर शिवमजी आदि ने वृक्षारोपण किया. 1 बजकर 40 मिनट पर केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमितजी शाह रेवती रेंज आए और वृक्षारोपण के पश्चात स्टेज पर पहुंचे। गृहमंत्री श्री अमितजी शाह ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ का नारा दिया था, लेकिन यह नहीं पता था कि यह नारा अभियान बन जाएगा। इंदौर सफाई, स्वाद, सहभागिता के लिए जाना जाता है, लेकिन अब इंदौर हरियाली के नाम से भी जाना जाएगा। इंदौर मेट्रो, क्लीन सीटी है, लेकिन अब इंदौर ग्रीन सीटी के नाम से भी जाना जाएगा। कैलाशजी नें इंदौर में हर जाति- वर्ग को जोड़कर इस अभियान में उनके नाम से वन बनाए हैं, जो इंदौर की जनता की जनभागीदारी को बताता है। मैं इस अवसर पर सीएपीएफ के जवानों को सलाम करता हूं, जिन्होंने 5 करोड़ पौधे लगाए हैं। इस साल हम और 1 करोड़ पौधे लगाएंगे। श्री अमितजी शाह ने मत्स्य पुराण का उदाहरण देते हुए कहा कि 10 बेटों के बराबर एक पेड़ होता है। वृक्ष लगाना आसान है, लेकिन इसको बड़ा करना कठिन है। इसलिए इन पौधों का अपने बेटे की तरह पालन कर इनको बड़ा करना है। मध्य प्रदेश के कुल क्षेत्रफल का 31 प्रतिशत एरिया वनों से हरा-भरा है और पूरे देश का 12 प्रतिशत वन क्षेत्र मध्य प्रदेश में है। 2025 में पूरे भारत में पेट्रोल और डीजल में 20 प्रतिशत इथेनॉल की ब्लैंडिंग हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं चुनाव के बाद पहली बार प्रदेश में आया हूं। इस प्रदेश की जनता ने 29 सीटें मोदी जी की झोली में डाली हैं। प्रदेश की मोहन सरकार अच्छा काम कर रही है और अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश किया है।
माननीय नगरीय प्रशासन मंत्री श्री कैलाशजी विजयवर्गीय ने कहा कि जिस काम को कोई पूरा नहीं कर सकता है उसको श्री अमितजी शाह पूरा करते हैं. जम्मू-कश्मीर से उन्होंने धारा 370 को समाप्त करने का साहस दिखाया। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रजी मोदी ने कहा था कि हमें गुलामी के चिन्हों को समाप्त करना है। श्री अमितजी शाह ने भारतीय दंड संहिता को भारतीय न्याय संहिता में बदला। क्योंकि अंग्रेज दंड देते थे, लेकिन हम न्याय करते हैं। इंदौर की जनसंख्या 30 लाख है, लेकिन हमने 51 लाख वृक्षारोपण का संकल्प लिया है और मुझे उम्मीद है कि हम इस लक्ष्य को पार करते हुए 60 लाख पौधे लगाएंगे। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदीजी के वृक्षारोपण के संकल्प को हम पूरा करेंगे और क्लीन इंदौर को ग्रीन इंदौर बनाएंगे। हमारे 51 लाख वृक्षारोपण महाअभियान को लेकर जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदीजी ने पत्र लिखा तो उसको पढ़कर मैं भावुक हो गया, क्योंकि उन्होंने हमें ग्रीन सिटी के लिए आशीर्वाद दिया है। अब हम हर साल 51 लाख वृक्ष लगाए।