इंदौर: इंदौर नगर निगम में 125 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी बिल घोटाले ने एक बार फिर सियासी रंग पकड़ लिया है। शुक्रवार को आयोजित एमआईसी बैठक में इस घोटाले को लेकर दो एमआईसी सदस्यों ने जमकर हंगामा मचाया। इतना ही नहीं, इन दोनों सदस्यों के विरोध के चलते एक्जीक्यूटिव इंजीनियर सुनील गुप्ता को बैठक से बाहर निकाल दिया गया।
एमआईसी सदस्य जीतू यादव और मनीष शर्मा मामा ने बैठक में फर्जी बिल घोटाले को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि इस घोटाले में शामिल आरोपियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है। साथ ही, उन्होंने यह भी जानना चाहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को कैसे रोका जाएगा।
एई सुनील गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत फर्जी बिल बनाकर 125 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला किया है। खुलासा फर्स्ट लगातार इस घोटाले की खबरें प्रकाशित कर रहा है।
बैठक में क्या हुआ आगे
एमआईसी सदस्यों के हंगामे के बाद बैठक में हंगामा मच गया। हंगामा बढ़ता देख बैठक के अध्यक्ष ने इंजीनियर सुनील गुप्ता को बैठक से बाहर जाने का निर्देश दिया। बैठक में कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा होनी थी, लेकिन फर्जी बिल घोटाले को लेकर हुए हंगामे के कारण बैठक अधूरी रह गई।