बद्रीविशाल व अलीजा सरकार ने किया नौका विहार, जयकारों से गूंज उठा पश्चिमी क्षेत्र

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  • वीर बगीची में मनोहारी उत्सव निहारने पहुंचे हजारों की संख्या में भक्त, सुंगधित द्रव्य, इत्र व मोगरे की खुशबू से महका मंदिर परिसर
  • राधा-रमण (औलाई) स्वरूप में वीर अलीजा सरकार ने भक्तों को दिए दर्शन, मोगरे के फूलों से सजा फूल बंगला रहा आकर्षण का केंद्र

इन्दौर : मंगलवार को वीर बगीची में बद्रीविशाल व अलीजा सरकार ने एक साथ नौका विहार किया। जिसके साक्षी मंदिर के पुरोहित, वेदपाठी बटुक व हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालु रहे। सुबह अलीजा सरकार ने राधा-रमण (औलाई) स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिए तो वहीं शाम को बद्रीविशाल व अलीजा सरकार ने एक साथ नौका विहार किया। नौका विहार के इस मनोहारी उत्सव को निहारने के लिए आसपास के श्रद्धालुओं के साथ-साथ चारों दिशाओं से बडी़ संख्या में भक्त वीर बगीची पहुंचे थे। नौका विहार महोत्सव मेें भजन गायक गन्नू महाराज ने अपने भजनों की प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

गादीपति ब्रह्मचारी पवनानंद महाराज ने बताया कि वीर बगीची में आयोजित नौका विहार महोत्सव का यह द्वितीय वर्ष था। सुबह के सत्र में जहां वीर अलीजा सरकार का अभिषेक पूजन व दर्शन का दौर चला तो वहीं शाम को मंदिर परिसर में नौका विहार का मनोहारी उत्सव मनाया गया। नौका विहार के लिए मंदिर परिसर में ही अस्थाई कुंड बनाया गया था। मंदिर के पुरोहित व वेदपाठी बटुकों ने वैदिक मंत्रोउच्चार के बीच जैसे ही भगवान बद्रीविशाल व अलीजा सरकार को नौका विहार कराया तो श्रद्धालुओं ने भी राधा-रमण व अलीजा सरकार के जयकारे लगाकर पूरे मंदिर परिसर को गुंजायमान कर दिया। नौका विहार के इस मनोहारी दृश्य को श्रद्धालुओं ने अपने मोबाइल के कैमरे में भी कैद किया। इस दौरान वीर अलीजा भक्त मंडल ने संगीतमय सुंदरकांड का पाठ भी किया। वीर बगीची में भक्तों की सुविधा के लिए महिला व पुरूषों की अलग-अलग व्यवस्था की गई थी ताकि श्रद्धालु आसानी से दर्शन-पूजन कर सकें।

फूल बंगला बना भक्तों के आकर्षण का केंद्र – गादीपति ब्रह्मचारी पवनानंद महाराज ने बताया कि नौकौ विहार महोत्सव के साथ-साथ वीर बगीची में अलीजा सरकार का दरबार मथुरा से लाए गए मोगरों के फूल से श्रृंगारित किया गया था। जिसे देखने के लिए भक्तों की होड़ सी मची रही। फूल बंगले को 10 से अधिक कलाकारों ने स्वरूप दिया था जिसमें मोगरे, रंजनीगंधा व गेंदों का इस्तेमाल कर फूल बंगला बनाया था।

सुंगधित द्रव्यों, इत्रों और फूलों से महकी वीर बगीची – नौका विहार के इस मनोहारी महोत्सव के दौरान वीर बगीची में 40 बाय 20 फीट का अस्थाई कुंड बनाया गया था। कुंड में केसर, कमल, सुंगधित द्रव्य, इत्र व गुलाब की पंखुड़ी भी डाली गई थी जिसकी महक से पूरा मंदिर परिसर महक रहा था।