18 वीं लोकसभा चुनाव में एनडीए को पूर्ण बहुमत के बाद सरकार का गठन की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीसरे कार्यकाल के लिए चुने गए है। वहीं अब स्पीकर को लेकर पक्ष और विपक्ष में मुकाबला तेज हो गया है। विपक्ष ने इशारा किया है कि वह भी अपना उम्मीदवार जारी कर सकता है। अगर विपक्षी इंडिया ब्लॉक भी स्पीकर पद के लिए अपना उम्मीदवार उतारता है, तो ये पहली बार होगा, जब स्पीकर के पद के लिए जबरदस्त मुकाबला देखने को मिलेगा।
बता दें आजादी से लेकर आज तक के चुनाव में लोकसभा स्पीकर को हमेशा सर्वसम्मति से चुना गया है। दरअसल, विपक्षी गठबंधन डिप्टी स्पीकर का पद मांग रहा है। विपक्षी इंडिया गठबंधन का कहना है कि अगर डिप्टी स्पीकर का पद नहीं मिलता है, तो फिर वो स्पीकर का चुनाव भी लड़ेंगे। कांग्रेस ने दावा किया कि अगर डिप्टी स्पीकर का पद नही मिला तो वह स्पीकर के लिए अपना उम्मीदवार उतारेगा।
कैसे होता है स्पीकर का चुनाव
प्रोटेम स्पीकर की देखरेख में ही लोकसभा स्पीकर का चुनाव होता है। आम चुनाव के बाद सरकार और विपक्ष मिलकर स्पीकर के लिए उम्मीदवार का नाम घोषित करते हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री या संसदीय कार्य मंत्री उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव करते हैं। बताया जा रहा है कि 26 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा स्पीकर के उम्मीदवार के नाम का प्रस्ताव पेश करेंगे।जिसके बाद स्पीकर चुना जाएगा। अगर विपक्ष भी अपना उम्मीदवार उतारता है तो फिर वोटिंग कर चुना जाएगा।
लोकसभा स्पीकर का चुनाव 26 जून को होगा। जबकि, डिप्टी स्पीकर के चुनाव की तारीख स्पीकर तय करेंगे। 24 जून से संसद का विशेष सत्र शुरू हो रहा है। दो दिन नए सांसदों को शपथ दिलवाई जाएगी। 26 जून को लोकसभा स्पीकर का चुनाव होगा। 27 जून को राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी।