इन्दौर : अभिभावकों को अपने विवाह योग्य युवक-युवतियों के लिए रिश्तों की तलाश करने में मशक्कत करना पड़ती है। वह एक शहर से दुसरे शहर रिश्तों की तलाश में भटकते हैं लेकिन उन्हें अपने युवक-युवतियों के लिए सही रिश्ता नहीं मिल पाता है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए श्री क्षत्रिय धनगर सेवा संघ इंदूर ने रेशीम गाठी (श्री क्षत्रिय धनगर वधु-वर परिचय मंडल) का गठन किया है। जिससे अभिभावकों को अपने शहरों के साथ-साथ अन्य शहरों के वैवाहिक युवक-युवतियों की जानकारी रेशीम गाठी (संस्था) के माध्यम से आसानी से उपलब्ध हो जाएगी। इस नई संस्था में समाज के उच्च शिक्षित विवाह योग्य युवक-युवतियों की जानकारी मय फोटो व परिचय के साथ उपलब्ध कराने का लक्ष्य संस्था ने रखा है।
जिससे अभिभावकों की तलाश पूरी होगी और वह अपने विवाह योग्य युवक-युवती का रिश्ता आसानी से कर सकेंगे। उक्त विचार मुख्य अतिथि नरेंद्र फणसे ने उषा नगर स्थित महाराजा यशवंतराव स्कूल में आयोजित रेशीम गाठी (संस्था) के शुभारंभ अवसर पर समाज बंधुओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। वहीं
श्री क्षत्रिय धनगर सेवा संघ इंदूर अध्यक्ष हरिश बारगल एवं रेशीम गाठी के संयोजक प्रकाश सरोदे ने कहा कि रेशीम गाठी (संस्था) से अभिभावक अब आसानी से रिश्तों की खोज कर सकेंगे।
युवक-युवतियों के लिए सुयोग्य वर-वधु ढूंढना अभिभावकों की सबसे बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि आज अभिभावकों को अपने युवक-युवती के विवाह की चिंता रहती हैं। घर-परिवार के साथ ही लडक़ा भी संस्कारी व उच्च शिक्षित मिले ऐसी उनकी सोच रहती है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए इस संस्था का गठन किया गया है। इस संस्था के माध्यम से समाज के विवाह योग्य युवक-युवतियों की जानकारी अभिभावकों को आसानी से उपलब्ध हो सकेंगी जिससे उनको रिश्ते तलाशने में सुविधा मिलेगी।
संस्था के गठन के साथ ही अलका होलकर को संस्था का अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया। संयोजक प्रकाश सरोदे ने रेशीम गाठी (संस्था) की संपूर्ण जानकारी देते हुए आगामी योजनाएं भी सभी के समक्ष रखी। कार्यक्रम का संचालन तरूणा होलकर ने किया एवं आभार दीपक वालेकर (सोनू) ने माना।