नीट यूजी परीक्षा का विवाद थमने का नाम नही ले रहा है। वहीं इस विवाद को लेकर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राज्यसभा सांसद ने कहा कि पीएम मोदी के लिए चुप्पी बनाए रखना अच्छा नहीं होगा। इतना ही नही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की। उन्होंने आगे केंद्र से आह्वान किया कि अंकन प्रणाली में अनियमितताओं के आरोपों के बीच, भविष्य में इस मेडिकल प्रवेश परीक्षा को कैसे आयोजित किया जाए, इस बारे में सभी राज्यों से परामर्श किया जाए।
सिब्बल ने कहा कि सीबीआई जांच प्रशासन की रक्षा करेगी और इसलिए एक स्वतंत्र एजेंसी या सुप्रीम कोर्ट द्वारा चयनित स्वतंत्र अधिकारियों के माध्यम से जांच की आवश्यकता है, न कि सत्ता में सरकार द्वारा।
पीटीआई से बात करते हुए, पूर्व कांग्रेस नेता ने विवाद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि अगर किसी परीक्षा में परीक्षण प्रणाली भ्रष्ट हो जाती है तो प्रधानमंत्री के लिए चुप रहना वास्तव में अच्छा नहीं है ।सिब्बल ने कहा, वर्तमान राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) वास्तव में गड़बड़ हो गई है और मीडिया प्लेटफार्मों पर भ्रष्टाचार को प्रकाश में लाया गया है, जैसे डॉक्टर बनने जैसी किसी चीज़ के लिए प्रश्न पत्रों का समाधान प्रदान करना।
मेडिकल प्रवेश परीक्षा में पेपर लीक या धांधली के सभी आरोपों को खारिज करने के बाद राज्यसभा सांसद ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर भी कटाक्ष किया।“उन्हें सोशल मीडिया पर जाने दें और देखें कि गुजरात में यह कैसे हो रहा है। सिब्बल ने कहा, श्श्गुजरात राज्य प्रगतिशील राज्यों में से एक है, यहां तक कि भ्रष्टाचार के मामले में भी यह कुछ हद तक प्रगतिशील लगता है। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि परीक्षाओं के दौरान भ्रष्टाचार न केवल एक राज्य में, बल्कि पूरे देश में व्याप्त है।