बिहार में सरकारी व्यवस्थाओं को लेकर हमेशा सवाल खड़े किए जाते रहें है। लोग बिहार की व्यवस्थाओं को लेकर मजाक भी उड़ाते है। ऐसा ही मामला राज्य के मुजफ्फरपुर से स्वास्थ्य विभाग का सामने आया है। जहां सड़क दुर्घटना में घायल मरीज के टूटे पैर में प्लास्टर कर प्लेट लगाने की जगह गत्ता बांध दिया गया। हालांकि मामले की जानकारी मिलने के अधिकारी होश में आए और SKMCH की अधीक्षक डॉ. विभा ने कहा कि अब इलाज किया जाएगा। साथ ही जांच के निर्देश भी दिए है।
चार दिन पहले भर्ती हुआ था मरीज
बता दें SKMCH उत्तर बिहार का सबसे बड़ा हास्पिटल है। अस्पताल अपनी बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर भले ही बड़े-बड़े दावे कर ले। लेकिन यहां मरीजों के इलाज में किस तरह लापरवाही बरती जा रही है, यह मरीजों को देख कर पता चलता है।
जानकारी के मुताबिक, मीनापुर के बरांडा मझौलिया निवासी नीतीश कुमार का बीते दिनों जिले में बाइक एक्सीडेंट में बुरी तरह घायल हुए, जिन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके बाएं पैर की हड्डी में फ्रैक्चर था, लेकिन डॉक्टर ने पैर में प्लेट लगाकर प्लास्टर को करने के बजाय टूटे पैर में गत्ता बांधकर बैंडेज कर दिया।
यह कोई पहला मामला नही
बता दें इस अस्पताल का यह कोई पहला मामला नही है, इससे पहले इसी वर्ष जनवरी में मीनापुर के एक स्कूल में प्रार्थना के दौरान पेड़ गिरने से कई बच्चे घायल हो गए थे। उनमें से एक बच्चे का पैर टूट गया था और एसकेएमसीएच में उसका इलाज हुआ था। तब ऑपरेशन के दौरान टांका लगाने वाली सूई को अंदर ही छोड़ कर प्लास्टर कर दिया गया था। उस वजह से उसके पैर में मवाद भर गया, बाद में आखिरकार उस बच्चे का पैर काटना पड़ा था।