पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले BJP को मिले 69 लाख ज्यादा वोट, लेकिन फिर भी हार गई 63 सीटें, जानिए कैसे

Share on:

लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम सामने आ चुके हैं। खुद के दम पर तो इस बार भाजपा सरकार नहीं बना पाई लेकिन सहयोगी दलों से उनकी नैय्या पार लग गई। ऐसे में ध्यान देने वाली बात ये है की भाजपा को मिले वोटों की संख्या 2019 की तुलना में इस बार लगभग 69 लाख ज्यादा है। इस लोकसभा चुनाव में भाजपा की सीटों की संख्या में 11 प्रतिशत की कमी आई है।

पिछले चुनाव के मुक़ाबले इस बार भाजपा को करीब 70 लाख ज़्यादा वोट मिले हैं, लेकिन इसके बावजूद भी भाजपा ने 63 सीटें गवा दी। आपको बता दें की देश को एफपीटीपी सिस्टम के तहत विभिन्न संसदीय क्षेत्रों में बांटा जाता है। हर क्षेत्र से चयनित प्रतिनिधि संसद जाता है। सबसे ज्यादा वोट जिस व्यक्ति को क्षेत्र में मिलते हैं उसे सीट का विजेता घोषित किया जाता है। उस व्यक्ति को बहुमत मिला है या नहीं इसमें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता।

भाजपा के साथ चुनाव में क्या हुआ यह समझने के लिए जीत के अंतर का फैक्टर समझना होगा। 11.2 लाख के बहुत बड़े अंतर से इंदौर से शंकर लालवानी ने जीत हासिल की। उनके अलावा विदिशा लोकसभा क्षेत्र से मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 8.21 लाख वोट के अंतर से जीत दर्ज की। ऐसे में भाजपा को मिलने वाले मतों की संख्या तो करीब 20 लाख हो गई अगर सिर्फ इन दोनों सीटों को जोड़ दें तो। इससे भाजपा का वोट शेयर तो बढ़ा लेकिन सीटों की संख्या तो 2 ही रही, बढ़ी नहीं।