विपिन नीमा
इंदौर : रंगों की मस्ती से चूर होकर ज़ब हम अपने घर के बाथरूम में कांच के सामने साबुन से रंग – ग़ुलाल से सने चेहरे को धोकर चमकाने में लगे हुए थे, तब तक इंदौर को स्वच्छता के शिखर पर पहुँचाने वाले मेहनतकश सफाई कर्मी पुरे गैर मार्ग की लाल ग़ुलाल और कीचड़ से लथपथ सड़कों की सफाई में जुट गए थे। 500 से 600 सफाई कर्मियों की टीम ने चंद घंटे के भीतर पूरे गैर मार्ग की सड़कों को ऐसा चकाचक कर दिया, जिसे देखने वाले भी देखते ही रह गए। सड़कों को देखकर कोई यह नहीं कह सकता था, अभी कुछ समय पहले तक इन सड़कों पर लाखों लोग रंग पंचमी की मस्ती लुटाने आए थे। शहर की सड़कों को चमकाते – चमकाते निगम के सफाई कर्मियों ने इतनी महारथ हासिल कर ली है जैसे सुनार सोने चांदी को और जौहरी रत्नो की असलियत को परख लेते हैं। हम सभी को शहर के प्रति स्वच्छता का भाव रखने वाले ऐसे सफाई कर्मियों को एक बार नहीं बार-बार सेल्यूट करना चाहिए।
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रंगों की मिसाइल ने
ऊँची ऊँची ईमारतो
को नहीं छोड़ा
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रंगारंग गैरों का सेंटर पॉइंट राजवाड़ा और उसके आसपास का क्षेत्र रहता है। विभिन्न संगठनों की रंगारंग गेरे लगभग इन्ही रुटों से निकलती हैं इसमें टोरी कॉर्नर, गोराकुंड, खजूरी बाजार, राजवाड़ा, गोपाल मंदिर, बड़ा सराफा, छोटा सराफा, बजाज खाना चौक, नरसिंह बाजार, शीतला माता बाजार, इतवारिया बाजार शामिल हैं। सभी गेरो के निकलने का समय भी सुबह 10:00 बजे से 10:30 बजे के बीच रहता हैं। दोपहर 12:30 बजे से 1:00 के बीच सारी गेरे राजवाड़ा पर आकर मिल जाती हैं। लगभग 4 से 5 लाख होली के मस्ताने राजबाड़ा और आसपास के क्षेत्र में मौजूद रहता है। लोकासभा चुनाव की आचार संहिता के बाद भी इंदौर की रंगारंग गैरो पर कोई असर नहीं पड़ा। शहर का पश्चिम क्षेत्र
सतरंगी रंगों से सराबोर था। गेरो में शामिल अत्याधुनिक मिसाइलो से गैर मार्गो पर आने वाली ऊंची ऊंची इमारतो तक रंगों का पानी से लोंगो को रंगा। मिसाइल से निकले सतरंगों से ऐसा लगा जैसे आसमान में इंद्रधनुष छा गया हों ।
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रंग और गुलाल से
पूरा राजवाड़ा परिसर
हों गया रंगमय
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रंगपंचमी के मोके निकलने वाली गैर में टैंकरों से पानी, रंग व गुलाल उड़ाया जाता है जिससे गैर के निकलने वाले रास्ते पर काफ़ी कचरा भी हो जाता है। रंगारंग गेरों में लाखों की संख्या में लोग शामिल हुए, इसमें टनों रंग और गुलाल से पूरा राजवाड़ा परिसर रंगमय हो गया, लेकिन जब गेरे अपने-अपने मुकाम पर पहुंच चुकी थी और होली के रंगों से रंगे लोग अपने घरों के बाथरूम में अपने चेहरे से रंग उतारने के लिए साबुन से मुंह धो रहे थे तब तक नगर निगम के 500 से अधिक सफाई कर्मियों ने गैर मार्गो की सड़कों को साफ करने का ऐसा मोर्चा संभाला की चंद घंटे के भीतर पुरे मार्ग की सड़के साफ कर डाली।
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सफाई अभियान में
लगाए गए 500
सफाईकर्मी
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इंदौर में निकले परंपरागत रंगारंग गैर यात्रा के बाद नगर निगम का अमला सड़कों पर उतर गया था. जहां राजवाड़े पर बड़े स्तर पर सफाई अभियान किया शुरू किया जिसमें कई आधुनिक मशीनों की सहायता से राजवाड़ा परिसर के चारों ओर सफाई अभियान चलाया गया। इस मोके पर निगम कमीशनर शिवम् वर्मा के साथ अपर आयुक्त स्वास्थ्य सिद्धार्थ जैन, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर अखिलेश उपाध्याय ,अधीक्षण यंत्री श्री महेश शर्मा और अन्य अधिकारी उपस्थित । अभियान के दौरान 500 से अधिक सफाईकर्मी ने मिलकर पूरे राजवाड़ा परिसर को साफ किया। इस दौरान निगम की 15 स्वीपिंग मशीन और कचरा वाहनों से हजारों जोड़ी जूते चप्पल और प्लास्टिक की बोतलों को हटाया गया। गैर के जितने भी रूट हैं, सफाईकर्मियों ने उन्हें एक घंटे के अंदर साफ कर दिया।
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ऐसी थी गैर मार्गो की दशा
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▪️सड़को पर बिखरी ग़ुलाले
▪️पानी और गुलालो से कीचड में तब्दील हुई सड़के
▪️ चप्पले -जूते
▪️फटे चिंदे कपडे
▪️प्लास्टिक की थेलियां
▪️प्लास्टिक की बोतले
▪️डिस्पोजल गिलास
▪️होली की टोपियाँ
ऐसे हुई साफ सुथरी सड़के
▪️गैर निकालने के तत्काल बाद निगम ने सफाई अभियान शुरू किया
▪️23 सफाई मशीन
▪️5 जेसीबी
▪️15 डंपर
▪️500 सफाई कर्मी