नई दिल्ली में आज साहित्य अकादमी ने अनुवाद विधा के पुरस्कार घोषित किए। इसमें इंदौर के ख्यातनाम एवम व्यास सम्मान से विभूषित साहित्यकार शरद पगारे के मशहूर उपन्यास ‘गुलारा बेगम’ के पंजाबी भाषा में प्रकाशित अनुवाद को 50 हज़ार के अकादमी पुरस्कार के लिए चुना गया।
अनुवाद पंजाब के जगदीश राय कुलरियाँ ने किया है।उल्लेखनीय है की गुलारा बेगम उपन्यास के हिंदी में अब तक 11 संस्करण प्रकाशित हुवे हैं। साथ ही पंजाबी के अतिरिक्त इस उपन्यास के मराठी,गुजराती,उर्दू और मलयालम में भी अनुवाद प्रकाशित हुवे हैं। उर्दू संस्करण की तो पाकिस्तान में भी चर्चा है।गुलारा बेगम पगारे का पहला उपन्यास है जिसे मध्यप्रदेश साहित्य परिषद ने प्रकाशन के पहले ही वर्ष विश्वनाथ सिंह पुरस्कार से सम्मानित किया था।
पगारे मध्य्प्रदेश के पहले साहित्यकार हैं जिन्हें साहित्य के अत्यंत प्रतिष्ठित ‘व्यास सम्मान’ से भी विभूषित किया गया है। पगारे ऐतिहासिक उपन्यास लेखन को नया मोड देने के लिये जाने जाते हैं।आपके अब तक 8 उपन्यास और 10 कथा संग्रह प्रकाशित हुवे हैं।इसके अतिरिक्त इतिहास विषय पर भी 15 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है।