इंदौर। चाहे कोई मौसम हो, चाहे कोई त्यौहार सरहदों पर जाबांजी और मुस्तैदी से खड़े भारतीय सेना के वीर जवान देश की सीमा पर अडिग खड़े रहते हैं। अपने परिवारों और अपनी खुशियों से परे ये बहादुर सैनिक देशहित में अपने प्राणों का बलिदान भी हँसते-हँसते कर जाते है। उनके लिए राष्ट्र और उसकी सुरक्षा प्रथम है, लेकिन कई बार ये जाबांज दुश्मनों की कायरतापूर्ण और घिनौनी हरकतों का शिकार हो जाते हैं फिर एक आवाज़ गूंजती रह जाती है…. शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा…
कुछ ऐसा ही समां बंधा सोमवार 25 दिसम्बर को जब प्रसिद्ध डॉ एंडोक्राईनोलॉजिस्ट डॉक्टर संदीप जुल्का और उनकी टीम द्वारा पिछले कुछ दिनों में सीमा पर हो रही शहादत का सम्मान करते हुए इंदौर के 56 दुकान पर कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। इस कैंडल मार्च में सैकड़ों युवाओं ने शहीद सैनिकों को मौन रख कर श्रद्धांजलि दी और कैंडल जला कर इन वीरों का सम्मान किया।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए डॉक्टर संदीप जुल्का ने कहा, “देश की सुरक्षा और हमारे बेहतर कल के लिए, चुनौतियों से लोहा लेने वाली हमारे सेना हमारा गौरव है। ये दिवाली, होली, क्रिसमस हम सिर्फ इसलिए मना पा रहे हैं क्योंकि हमारे लिए कोई सरहद पर खड़ा है। हमारे सुरक्षित होने में सेना का बहुत बड़ा योगदान है। लेकिन पिछले 2 महीनों में सेना पर घात लगाकर कायरतापूर्ण हमला किया गया है जिसमें पहले 5 और फिर 4 सैनिक शहीद हुए। आज का यह कैंडल मार्च उन सभी वीरों के नाम है जो इस देश के लिए कुर्बान हो गए या फिर सरहद पर अटल अडिग खड़े हैं। इस कैंडल मार्च के माध्यम से शहरवासियों सेना के प्रति मन में बसे आदर और सम्मान को खुलकर जाहिर किया।“
सैनिक बोर्ड इंदौर के अध्यक्ष कर्नल श्री के एस सिरोही ने बताया, “हमारे लिए हमारी सेना हर वक्त हर परिस्थिति में खड़ी रहती है, यह हमारा व्यक्तिगत और सामूहिक कर्तव्य है कि हम उनका सम्मान करें। हर साल 26 दिसंबर को चार साहिबजादे शहीदी दिवस के रुप में मनाया जाता है एवं सिखों के दसवें गुरू गुरू गोबिंद सिंह जी के चार बेटों की वीरता और बलिदान के रुप में याद किया जाता है। यह हमारे लिए गौरव का विषय है कि आज हम देश के वीरों के नाम पर यहाँ एकत्रित हुए और उनकी शहादत का सम्मान कर रहे हैं।“
56 दुकान व्यापारी संघ के अध्यक्ष गुंजन शर्मा ने कहा, “इस आयोजन के लिए हम विशेष तौर पर डॉक्टर संदीप जुल्का और उनकी टीम बधाई के पात्र हैं। भारतीय सेना के प्रति हम सब के मन में सम्मान है लेकिन उसे जाहिर करना भी उतना ही आवश्यक है, डॉ जुल्का समय समय पर ऐसे आयोजन करते रहते हैं, मैं पूरे 56 दुकान एसोसिएशन की तरफ से उनका आभार व्यक्त करना चाहता हूँ। आज के कैंडल मार्च में युवाओं की संख्या देखकर एक मन में संतोष होता है कि वे अपने देश के प्रति संवेदनशील हैं।“