आचार्य भगवंत श्रीमद् विजय पद्मभूषणरत्नसूरीश्वरजी म.सा. आदि ठाणा, सा. विजयप्रभाश्री जी म.सा.आदि ठाणा एवं सा. भक्तिरेखाश्री जी म.सा.आदि ठाणा की नीश्रा में श्री तिलकेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर, तिलकनगर में आज भगवान पार्श्वनाथ की शक्रस्तव पूजा विधान सम्पन्न हुआ। परमात्मा का यह अभिषेक इन्द्र देवता ने विभिन्न पवित्र औषधियों, पंचामृत एवं जल के मिश्रण से स्त्रोतों एवं मंत्रोच्चार करके किया था।
इस अनुष्ठान को श्रावक, समाज, संस्था एवं शासन की शांति के लिये किया जाता है इससे एक नई प्रभावी ऊर्जा का सभी में संचार होता है। ठीक उसी प्रकार से तिलकेश्वर पार्श्वनाथ भगवान का भी शक्रस्तव पूजा अभिषेक प्रातः 9 बजे से 12 बजे तक विशाल गुरुजी द्वारा बहुत ही सुंदर, सुव्यवस्थित एवं संगीत के साथ करवाया गया। राजेश जैन युवा के अनुसार यह अपूर्व, अद्भुत एवं अनूठा अनुष्ठान था जिसमें जैन समाज के पुरुषों, महिलाओं एवं बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस विशिष्ठ अनुष्ठान के लाभार्थी सुरेन्द्रजी, प्रीतेंद्रजी एवं जितेंद्रजी मेहता परिवार रोहिडा वाले हैं। इस अवसर पर दिलीप शाह ने आगामी 3 सितंबर एवं उसके बाद की धार्मिक गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। मुकेशजी पोरवाल ने श्रीसंघ के प्रति आभार प्रदर्शित किया।