इंदौर : महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा शहर में स्कुल भवनो के निर्माण तथा संधारण कार्य के संबंध में शाला प्रकोष्ठ विभाग की महापौर सभाकक्ष में बैठक ली गई। बैठक में जनकार्य प्रभारी राजेन्द्र राठौर, महापौर प्रतिनिधि भरत पारिख, अपर आयुक्त मनोज पाठक, अधीक्षणयंत्री महेश शर्मा, शाला प्रकोष्ठ के सुमित अस्थाना, उपयंत्री पराग अग्रवाल व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा शहर के शासकीय स्कुलो में वर्तमान में प्रचलित कार्य के साथ ही कितने स्कुल भवन इंदौर में स्थित है, के संबंध में जानकारी ली गई, इस पर प्रभारी सुमित अस्थाना द्वारा बताया गया कि इंदौर में 419 शासकीय स्कुल है, जिनमें 236 स्कुल भवन के कैम्पस है, जिनके निर्माण, संधारण, उन्नयन का कार्य निगम शाला प्रकोष्ठ विभाग द्वारा किया जाता है।
शाला प्रकोष्ठ प्रभारी सुमित अस्थाना ने बताया कि शहर में वर्तमान में शासकीय उच्च. माध्यमिक विद्यालय महाराजा शिवाजी राव चिमनबाग, शासकीय अहिल्याश्रम उ.मा. विद्यालय क्रमांक 02 पोलाग्राउण्ड, शासकीय मल्हार आश्रम उ.मा. विद्यालय तिलकपथ रामबाग, शासकीय उ.मा. विद्यालय नंदा नगर, शासकीय मालव कन्या उ.मा. विद्यालय एमओजी लाईन महुनाका, शासकीय उ.मा. विद्यालय मुसाखेडी में 6 सीएम हाईराहज स्कुल का निर्माण कार्य चल रहा है, साथ ही मान. महापौर जी द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में प्रावधानित 6 मॉडल स्कुल जिनमें शासकीय मा.विद्यालय गणेश नगर, शासकीय मा.विद्यालय छोटी खजरानी, शासकीय. मा.विद्यालय तेजाजी नगर, शासकीय मा.विद्यालय निपानिया, शासकीय उर्दु हाई विद्यालय नयापीठा, शासकी. उ.मा. विद्यालय स्वामी विवेकानंद उंजीरवाला चौराहा का निर्माण कार्य किया जाना है, जिनमें से गणेश नगर स्थित शासकीय स्कुल का कार्यादेश जारी किया गया है तथा अन्य शाला भवन के कार्योदेश जारी करने की प्रक्रिया में है।
इस पर महापौर भार्गव ने कहा कि शहर में 6 मॉडल स्कुल का निर्माण किया जाना है, इसका कार्य तेजी से किया जाना सुनिश्चित करे, साथ ही जो ठेकेदार कार्यादेश लेने के पश्चात कार्य प्रारम्भ नही कर रहा है, ऐसे ठेकेदार को नोटिस जारी करे तथा शीघ्र कार्य प्रारम्भ कराये। इसके साथ ही शहर के शासकीय स्कुल भवन निर्माण कार्य के पश्चात भी स्कुल भवन में पानी टपकने आदि की शिकायत प्रापत होने पर महापौर जी द्वारा संबंधित कंसलटेंट के विरूद्ध कार्य में लापरवाही करने पर नोटिस जारी करने के निर्देश दिये गये।
बनाएंगे चलित स्कूल
इसके साथ ही शहर के लोक परिवहन की सीटी बसो में डिजिटल स्क्रीन व मॉनिटर लगाकर उसमें एनजीओ व सहयोगी संस्थाओ के माध्यम से शिक्षक नियुक्त किया जावे, जो कि स्लम बस्तियों के साथ-साथ अन्य बस्तियों में जाकर बच्चो को शिक्षा देने का कार्य करे, ताकि अधिक से अधिक बच्चो को चलित डिजिटल शिक्षा प्राप्त हो सके।
महापौर भार्गव द्वारा शाला प्रकोष्ठ की समीक्षा बैठक के दौरान विभागीय अधिकारियो को प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 1-1 स्मार्ट स्कुल का निर्माण करने के साथ ही स्मार्ट स्कुल में पर्याप्त डिजिटल व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने हेतु प्लान तैयार करने के भी निर्देश दिये गये। साथ ही शहर में ऐसे शासकीय स्कुल परिसर में स्थित खेल मैदान को विकसित करने व विभिन्न खेल गतिविधियों के संचालन व संधारण कार्य हेतु योजना तैयार करने के भी संबंधित अधिकारियो को निर्देश दिये गये, ताकि शासकीय स्कुल के साथ ही अन्य को भी विभिन्न खेल सुविधाऐं प्राप्त हो सके।