10 हजार करोड़ की लागत से चलेगी इंदौर-उज्जैन मेट्रो, 45 किलोमीटर के सफर में बनेंगे 11 स्टेशन, सीएम जल्द करेंगे रिव्यू

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By Abhishek SinghPublished On: August 22, 2025

इंदौर से उज्जैन तक 45 किलोमीटर लंबी मेट्रो चलने की योजना है। इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो चुकी है और जल्द ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इसका रिव्यू करेंगे। इसके बाद इसे कैबिनेट की बैठक में पेश किया जाएगा। हालांकि, फंड और डिपो के लिए सरकारी जमीन जैसी कुछ अड़चनें परियोजना की गति को धीमा कर रही हैं।


दिल्ली मेट्रो ने इंदौर और उज्जैन के लिए फिजिबिलिटी स्टडी रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें दोनों शहरों में मेट्रो प्रोजेक्ट को उपयुक्त बताया गया। इसके बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की गई। इस योजना में लगभग 10 हजार करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। लगभग 45 किलोमीटर लंबी मेट्रो रूट पर 11 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिसमें उज्जैन शहर में 4.5 किलोमीटर का ट्रैक अंडरग्राउंड रखने का प्रस्ताव है। मेट्रो लवकुश नगर से शुरू होकर उज्जैन रेलवे स्टेशन तक जाएगी।

मेट्रो रूट पर बनेंगे यह 11 स्टेशन

डीपीआर के अनुसार मेट्रो स्टेशन भौंरासला, बारोली, धरमपुरी, तराना, सांवेर, पंथ पिपलई, निनोरा, त्रिवेणी घाट, नानाखेड़ा, उज्जैन आईएसबीटी और उज्जैन रेलवे स्टेशन पर बनाए जाएंगे। उज्जैन में मेट्रो का कौन सा हिस्सा अंडरग्राउंड होगा, इस पर अभी अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है।

सफर केवल 45 मिनट में

मेट्रो चलने से इंदौर-उज्जैन के बीच सफर में समय कम लगेगा और महाकाल मंदिर तक पहुंचने में दर्शनार्थियों को आसानी होगी। उज्जैन पहुंचने का समय लगभग आधा रह जाएगा। अभी बस से करीब 2 घंटे तो कार से करीब डेढ़ घंटा लगता है। दोपहिया से लगभग दो घंटे लगते हैं। मेट्रो 45 से 50 मिनट में लवकुश चौराहा से उज्जैन पहुंचेगी।

फिजिबिलिटी स्टडी दिल्ली मेट्रो ने ही की, अब प्रोजेक्ट तैयार

इंदौर-उज्जैन मेट्रो योजना के लिए साल 2022-23 में फिजिबिलिटी स्टडी दिल्ली मेट्रो ने तैयार की थी और सरकार को सौंपी गई थी। इस रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर में बैठक बुलाई और कहा कि दोनों शहरों की फिजिबिलिटी रिपोर्ट मेट्रोपोलिटन सिटी के लिहाज से सबसे उपयुक्त है। इसके बाद प्रोजेक्ट की गति बढ़ी, लेकिन फंडिंग के मामले में कुछ अड़चनें बनी हुई हैं।

मेट्रो परियोजना से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि इसे पूरा होने में कम से कम तीन साल का समय लगेगा, इसलिए यह सिंहस्थ से पहले चालू नहीं हो सकेगी।

इंदौर मेट्रो के लिए नया डिपो जरूरी नहीं

इंदौर-उज्जैन मेट्रो के प्रस्तावित प्रोजेक्ट के लिए दिल्ली मेट्रो ने फिजिबिलिटी स्टडी तैयार की, जिसके बाद डीपीआर का ड्राफ्ट बनाया गया। इसमें प्रोजेक्ट की लागत और स्टेशनों की संख्या तय की गई है, जिसमें स्टेशनों की संख्या अपेक्षाकृत कम रखी गई है।

इंदौर और उज्जैन के बीच सड़क मार्ग की दूरी लगभग 55 किलोमीटर है और प्रस्तावित मेट्रो इसी मार्ग के पास से गुजर सकती है। यह सड़क पहले से ही सिक्स लेन में विस्तारित की जा रही है, जिससे मेट्रो के लिए ज्यादा भू-अर्जन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।