भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज दिल्ली प्रवास पर है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा,अब हम उपार्जन का काम प्रारंभ कर रहे हैं और इस बार भी मध्यप्रदेश में बंपर उपार्जन होगा। लेकिन इस समय सारे वेयरहाउस गोडाउन भरे हुए है रखने की जगह नहीं है। उन्होंने कहा, इसलिए मैंने यह आग्रह किया कि 30 लाख मैट्रिक टन रखा हुआ गेहूं है हमारे पास उसका उठाव हो जाए वह बाकी राज्यों में चला जाए तो, जो नया गेहूं आएगा उसे रखने की जगह हो जाएगी।
दूसरा हमने यह भी आग्रह किया गेहूं रखने के लिए टेंपरेरी कैप भी बनाते हैं जिसे कैप भंडारण कहते हैं जिसमें हम बड़े व्यरहाउस उसकी वजह कैप बना कर उसमें भी गेहूं को सुरक्षित रखते हैं। उन्होंने कहा,हम सब यह समझते हैं कि गर्मी के दिनों में आंधी तूफान जैसा वातावरण गर्मी के दिनों में भी होता है। इसलिए हमने कहा है कि 10 लाख मैट्रिक टन अतिरिक्त कैप बनाने की हमें अनुमति दें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा,उनसे हमने एक और आग्रह किया है कि जो पीडीएस सिस्टम का अनाज का वितरण होता है उसकी सब्सिडी की राशि लगभग ₹2900 करोड़ भारत सरकार द्वारा हमें मिल चुकी है। 4000 करोड रुपए हमारा बचा है बकाया 4000 करोड रुपए भी मध्य प्रदेश को मिल जाए हमने उनसे यही आग्रह किया है। उन्होंने कहा, और इसके साथ-साथ इंदौर बुधनी रेलवे लाइन यह श्रद्धेय सुषमा जी के प्रयासों से स्वीकृत हुई थी।
उसमें मैंने भी प्रयास किया था लेकिन सचमुच में सुषमा जी ने उसमें बहुत परिश्रम किया था उस लाइन की स्वीकृति हो गई आवश्यक औपचारिकताएं पूरी हो गई है अब भूमि को अधिग्रहित करने के लिए 750 करोड़ रुपए की धनराशि की आवश्यकता है। मैंने उनसे मांग की है खजुराहो और मध्य प्रदेश के कई अन्य स्थान है जहां ट्रेन चलती थी। लेकिन कोविड-19 के कारण उनका परिचालन रुक गया था अब स्थिति सामान्य हो रही है। लेकिन पर्यटक बड़ी संख्या में आ रहे हैं इसलिए वह ट्रेनें फिर से चालू हो जाए यह आग्रह भी मैंने उनसे किया है।