सड़कों पर यातायात नियमों का पालन करवाना क्या सिर्फ पुलिस की जिम्मेदारी है ?

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सामने लाल बत्ती जल रही है, दाएं से बाएं का ट्रेफिक चालू है। ऐसे में ये स्कूटर सवार, कान में मोबाइल दबाए, बगैर हेलमेट के चौराहा क्रास करने का प्रयास कर रहा है। इस तरह यातायात नियमों का उल्लंघन किसी घातक दुर्घटना को जन्म दे सकता है जिसमें किसी की जान भी जा सकती है। पहले ये सायकल से टकराने से किसी तरह बच गए और चित्र में स्पष्ट दिखाई पड़ रहा है कि ये उनके सामने जा रहे बाइक सवार से टकरा सकते हैं, और उससे किसी तरह बच गए तो दाए से आ रहे और एक बाइक चालक से टकरा सकते हैं।

इस तरह की दुर्घटना में पूरी गलती यातायात नियम को तोड़ने वाले वाहन की होती है। लेकिन नियम तोड़ने वाले के घायल हो जाने पर गलती स्वाभाविक तौर पर दूसरे वाहन चालक की मान ली जाती है। सड़क पर नियमों के पालन करने की जिम्मेदारी वाहन चालक की होती है। पुलिस हर समय हर जगह मौजूद रह कर वाहन चालकों से नियम पालन नहीं करवा सकती। यातायात नियमों की इजाद वाहन चालकों की सुरक्षा के लिए की गई थी और उनका पालन करना हमारे अपने हित में है, इसके लिए हमें पुलिस क्यों चाहिए।