Indore: गुरुवार शाम को पलासिया चौराहे पर नशा मुक्ति और अपने कार्यकर्ता पर की गई कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा लाठीचार्ज कर प्रदर्शन बंद करवाया गया था। इस दौरान बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा बेरहमी से पीटा गया। पुलिस की मार खाने के बाद बजरंग दल के कई कार्यकर्ता अभी भी अस्पताल में भर्ती है।
हालांकि इंदौर में घटी इतनी बड़ी घटना के बाद प्रदेश सरकार भी एक्शन मोड में आ गई और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस पूरे मामले की जांच करने की बात कही है, जिस से बात हुई थी पुलिस लाठीचार्ज मामले में बड़ी उठापटक हो रही है। इस मामले में पलासिया टीआई को लाइन अटैच किया गया। इतना ही नहीं लाठीचार्ज मामले में डीसीपी धर्मेंद्र सिंह भदोरिया को हटा दिया गया है।
अब इस पूरे मामले को लेकर बजरंगी पलासिया थाने पर अपनी शिकायत लेकर पहुंचे हैं, जिसमें उन्होंने डी.सी.पी. धर्मेन्द्र भदौरिया, ए.सी.पी. पूर्वी तिवारी, टी आई पलासिया संजयसिंह बैस, टी आई संयोगितागंज तहजीब काजी, टी आई तुकोगंज कमलेश शर्मा, टी आई एम.जी. रोड संतोश यादव, टी आई छोटी ग्वालटोली राकेश मोदी, थाना संयोगितागज प्रधान आरक्षक मनीश तिवारी के नाम अपनी शिकायत में लिखे हैं।
बता दें कि, पुलिस द्वारा लाठीचार्ज में बजरंग दल के कई कार्यकर्ता बुरी तरह से घायल भी हो गए, जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। ऐसे में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय बजरंग दल के कार्यकर्ता राजेश बिजावा से अस्पताल में मिलने के लिए पहुंचे इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं के साथ हुई इस बर्बरता पूर्वक पिटाई की उन्होंने निंदा भी की और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही का आश्वासन भी दिया।