बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद! कहावत पर भारी चाय की दीवानी है ये इंदौरी बंदरिया, वजह जान हो जाएंगे हैरान

Shivani Rathore
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Indore Viral News : आमतौर पर आप सभी ने एक कहावत जरूर सुनी होगी ‘बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद’। इसी कहावत को गलत साबित कर दिखाया है इंदौर की एक बंदरिया ने जो अदरक की चाय की बहुत बड़ी शौकीन है। जी हां, आपको जानकर हैरानी जरूर हो रही होगी परन्तु यह सच वाक्या है। दरअसल, इंदौर के कमला नेहरू चिड़ियाघर में खुले में घूमने वाली यह बंदरिया लंगूर प्रजाति की नन्ही बंदरिया है जिसे अदरक वाली चाय काफी पसंद है और अपनी इस खासियत के चलते यह दर्शकों का ध्यान खींच रही है।

बता दे कि इस बंदरिया को अदरक की चाय इतनी पसंद है कि चिड़ियाघर की कैंटीन में जब-जब अदरक वाली चाय बनती है तब तब वह चाय पीने के लिए वहां पहुंच जाती है। इतना ही नहीं इस बंदरिया को अदरक वाली चाय का चस्का कुछ इस तरह से लगा है कि जब तक इसे अदरक की चाय नहीं मिलती तो ये चिड़ियाघर में प्रबंधन की नाक में दम कर देता है।

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जानकारी के अनुसार चिड़ियाघर में इस बंदरिया को टिया नाम से जाना जाता है। वह अदरक की चाय की चुस्किया फूड जोन में रोज लेती है। उसे देखा दर्शको के साथ-साथ छोटे बच्चे भी बंदरिया को चाय पीते देख खूब खुश होते हैं। बताया जाता है कि इंदौर से करीब 40 किलोमीटर दूर देपालपुर क्षेत्र में इस मासूम बंदरिया की मां करीब 6 महीने पहले बिजली के तार से करंट लगने से मर गई थी। उस समय यह बंदरिया महज 2-3 दिन की ही होगी।

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मां की मौत के बाद बेजुबान मासूम बंदरिया को ग्रामीणों ने वन विभाग को सौंप दिया था उसके बाद उसे बेहतर देखभाल के लिए वन विभाग द्वारा चिड़ियाघर भेज दिया। मां की मौत के बाद बेजुबान मासूम बंदरिया को ग्रामीणों ने वन विभाग को सौंप दिया था उसके बाद उसे बेहतर देखभाल के लिए वन विभाग द्वारा चिड़ियाघर भेज दिया गया। बस तभी से उस बंदरिया को चिड़ियाघर में नया जीवन मिला और उसे पूरे चिड़ियाघर में खुले में घूमने की आजादी के साथ साथ आजाद कर दिया है। वहीं चिड़ियाघर प्रभारी डॉ उत्तम यादव ने बताया, तभी से “टिया अब हमारे चिड़ियाघर के कुनबे की सदस्य बन चुकी है और मेरा दफ्तर उसका सबसे पसंदीदा ठिकाना है।”