इंदौर। आयुक्त हर्षिका सिंह द्वारा नेहरू पार्क स्थित स्मार्ट सिटी आफिस में भवन अनुज्ञा शाखा की समीक्षा बैठक ली गई। बैठक में अपर आयुक्त सिद्धार्थ जैन, अधीक्षण यंत्री भवन अनुज्ञा अनुप गोयल, समस्त भवन अधिकारी, भवन निरीक्षक, डीसीआर सेल के उपयंत्री व अन्य उपस्थित थे।
आयुक्त सिंह द्वारा समीक्षा बैठक के दौरान शहर में स्थित खतरनाक भवनो की सूची पर वन टू वन चर्चा की गई तथा निर्देश दिये गये कि आगामी 7 दिवस में सभी खतरनाक भवनो को पुनः सर्वे कर ले और अति खतरनाक भवनो को चिंहाकित करे और उनकी पृथक से सूची बनाये। खतरनाक भवन अथवा भवन के खतरनाक हिस्से को हटाने के लिये 7 दिवस का नोटिस जारी करे, खतरनाक भवन की सूची में जो शासकीय भवन थे, उनके विभाग प्रमुख को पत्र लिखने के भी संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये गये। भवन अनुज्ञा विभाग की समीक्षा के दौरान किस प्रकार से भवन अनुज्ञा नक्शे के लिये आवेदन प्राप्त होते हुए, किस प्रकार से आवेदनो पर कार्य किया जाता है, नक्शा प्राप्त होने के पश्चात कितने दिन में स्वीकृति कार्यवाही की जाती है, वर्तमान में कितने नक्शे लंबित है, इसके साथ ही हाईराईज बिल्डिंगो मे फायर सेफटी आदि के संबंध में क्यां-क्यां प्रावधान है और किस प्रकार से हाईराईज बिल्डिंग के नक्शे स्वीकृत किये जाते है, यह भी जानकारी ली गई।
इसके अतिरिक्त आयुक्त द्वारा शहर में स्थित कुुऐं-बावडी की भी समीक्षा की गई तथा स्पष्टतः रूप से निर्देशित किया गया कि किसी भी वॉटर बॉडी को बंद नही करना है, उन्हे सुरक्षित व संरक्षित करना है। शहर में स्थित खुले कुऐं-बावडी को सुरक्षित करने के लिये उस पर जाली लगाकर फोटो एवं जीपीएस लोकेशन के साथ सूची भी बनाये। कोई कुऐं-बावडी निजी स्थान पर हो तो उसके फोटोग्राफ ले, उसमें क्यां किया जाना है तथा उस संबंध में संबंधित को अवगत करावे। कुऐं-बावडी यदि धार्मिक स्थल, धर्मशाला व व्यवसायिक स्थल पर हो तो उसकी प्राथमिकता से सुरक्षा का व्यापक इंतजाम किये जावे, साथ ही संबंधित को नोटिस भी देवे तथा नोटिस में यह भी बताये कि उन्हे यह बताऐं कि सुरक्षा की दृष्टि से कुऐं-बावडी पर क्यां कार्य किया जाना है, साथ ही बावडी के आस-पास सूचना संबंधित बोर्ड भी लगावे।
आयुक्त सिंह द्वारा आगामी सर्वेक्षण को दृष्टिगत रखते हुए, शहर में जहां पर भी निर्माण कार्य हो रहे है, उन्हे ग्रीन नेट से ढकना सुनिश्चित करे। इसके अतिरिक्त जहां पर भी सी एंड डी वेस्ट पडा है, उसे हटाने का अभियान चलाने के निर्देश दिये गये। भवन अधिकारी द्वारा सी एंड डी वेस्ट हटाने के लिये संसाधन की मांग करने पर आयुक्त द्वारा प्रत्येक झोन पर एक टैक्टर व ट्रॉली उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये गये तथा जहां पर भी सी एंड डी वेस्ट बाहर फैंका जाता है, वहां पर संबंधित के विरूद्ध चालानी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।