नई दिल्ली: बुधवार के दिन लोकसभा में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान आंदोलन को लेकर अपनी बात रखी और इस आंदोलन से संबंधित और भी बाते की है। PM ने कहा है कि “किसान आंदोलन पवित्र है, ये मैं मानता हूं, लेकिन आंदोलन में दंगाइयों की तस्वीरें और नारे कैसे आए, टोल प्लाजा और टेलीकॉम टावर तोड़ना क्या आंदोलनकारियों का काम है? नहीं, ये आंदोलनजीवी ही कर सकते हैं” यह कहते हुए उन्होंने कहा कि ‘समय आ गया है कि आंदोलनकारी और आंदोलनजीवियों में फर्क किया जाए. तोड़फोड़ और हिंसा से आंदोलन अपवित्र होता है’
प्रधानमंत्री मोदी के सम्बोधन के बीच में विपक्ष के नेता दखल देने लगे। जिसके बाद PM थोड़ा गुस्से में आ गए थे। दरअसल संबोधन के दौरान उन्होंने कृषि कानून और बंगाल चुनाव का जिक्र किया था और इस बेच कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी खड़े हुए और पीएम के संबोधन के बीच बोलने लगे, थोड़ी देर तक तो PM ने कुछ नहीं कहा लेकिन आगे चलकर जब बात जायद बढ़ गयी जिस पर पीएम मोदी भी थोड़ा गरम हो गए।
लोकसभा में प्रधानमंत्री के संबोधन की शुरुआत से ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया था। इसी बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी पीएम के संबोधन के दौरान किसी बात से असहमत दिखे, और उन्होंने बीच सम्बोधन में ही अपनी सीट पर खड़े होकर पीएम के संबोधन के बीच टोकाटोकी शुरू कर दी, और ये बात इतनी बढ़ गयी थी कि एक हद के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि “अधीर रंजन जी, अब ज्यादा हो रहा है, मैं आपका सम्मान करता हूं, आपको बंगाल में टीएमसी से ज्यादा पब्लिसिटी मिल जाएगी” आगे उन्होंने कहा कि चिंता मत करिए, ये अच्छा नहीं लग रहा है, आप क्या कर रहे हैं। जिसके बाद खुद लोकसभा स्पीकर ने माहोल को शांत करने की कोशिश की।
लोकसभा में हुए हंगामे के बाद कांग्रेस के सांसदों ने लोकसभा में पीएम मोदी के संबोधन के दौरान वॉकआउट कर दिया। कई सांसद तो सदन छोड़कर ही चले गए, लेकिनपीएम ने अपना संबोधन जारी रखा।