रविवार को इंदौर पुलिस कंट्रोल रूम में एक अलग ही नजारा था. इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने पुलिस कंट्रोल रूम में 2 करोड़ रुपये के लगभग 550 मोबाइल बांटे. मोबाइल पाकर लोग बहोत खुश हुए. दरअसल, कंट्रोल रुम पर पुलिस ने करीब 558 मोबाइल अपनी टेबल पर जमाए हुए थे और उन्हें एक-एक करके लोगों में बांटा जा रहा था. इसे पाने के लिए लोग सुबह से लाइन लगाकर खड़े हुए थे. जिन्हें इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने अपने हाथों से मोबाइल दिए वो लोग कॉफी खुश दिखाई दिए.
पुलिस ने लौटाए गुम हुए फ़ोन
गौरतलब है की इंदौर पुलिस ने पुलिस मुख्यालय पर वो मोबाइल फोन बांटे हैं जो पिछले कुछ समय में गुम या चोरी हो गए ते. इसे इंदौर पुलिस ने तलाश कर मोबाइल धारकों को लौटाए हैं. इसी तरह पिछले साल लगभग 300 से ज्यादा मोबाइल पुलिस ने लोगों को वापस लौटाए थे. वहीं रविवार को करीब साढ़े पांच सौ के लगभग मोबाइल फोन लोगों को वितरित किए गए जिसकी कीमत करीब दो करोड़ रुपए थी.
इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया कि मोबाइल जीवन का एक अहम हिस्सा हो गया है. ऐसे में यदि मोबाइल कहीं गुम हो जाता है तो व्यक्ति परेशान हो जाता है क्योंकि मोबाइल से ज्यादा कीमत के डॉक्यूमेंट और नंबर मोबाइल में रहते हैं. इसी कड़ी में 558 मोबाइल पुलिस ने मोबाइल धारकों को लौटाए हैं.
लोगों ने किया पुलिस का धन्यवाद
पुलिस कमिश्नर फाइनेंस एडमिशन कार की मोबाइल ट्रेस में और क्राइम ब्रांच की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. वहीं पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया कि सिटीजन कॉप के माध्यम से एप्लीकेशन से घर बैठे व्यक्ति इस में कंप्लेंट कर सकता है. इसमें रजिस्टर कर ईएम आई नंबर भरकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
इसकी जानकारी पुलिस लगातार ट्रेस करती है और मोबाइल मिलने पर पुलिस मालिक को सूचित कर उन्हें सुपुर्द करती है. यह सतत की जाने वाली कार्रवाई है. पुलिस कमिश्नर ने कहा कि यदि मोबाइल गुम हो जाता है तो मोबाइल की कीमत से ज्यादा हमारे डाटा उसमें रहते हैं जो महत्वपूर्ण होते है. फिलहाल, गुम हुए मोबाइल पाकर लोगों में काफी उत्साह है और पुलिस की कार्रवाई को लेकर लोग पुलिस को धन्यवाद दे रहे हैं.