17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन की शुरुआत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रिय भजन वैष्णव जन तो तेने कहिये से की गई । इस प्रस्तुति की विशेषता यह रही की जी-20 समूह के 20 देशों के कलाकारों ने यह भजन अपनी-अपनी भाषा में गाया। भारत इस वर्ष जी-20 देशों की अध्यक्षता कर रहा है। समूह में शामिल सभी देशों के कलाकारों की ओर से अपनी भाषा में यह भजन रिकार्ड करवाया गया ।
इंदौर में रविवार से 3 दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन शुरू हो चुका है. 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में दुनियाभर के 70 देशों के 3500 से ज्यादा प्रतिनिधि शिरकत करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद मोदी 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय सम्मेलन को संबोधित करेंगे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 10 जनवरी को सम्मेलन के समापन समरोह में शामिल होंगी और प्रवासी भारतीयों को सम्मानित करेंगी. इस बार के प्रवासी भारतीय सम्मेलन का थीम वाक्य ‘प्रवासी : अमृत काल में भारत की प्रगति के विश्वसनीय भागीदार’ है. प्रवासी भारतीय सम्मेलन जनवरी में आयोजित किया जाता है.
3 दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन की शुरुआत आज यूथ प्रवासी भारतीय दिवस से हुई जिसका स्वागत संबोधन विदेश मंत्रालय के सचिव डा. ओसफ सईद ने दिया जिसके बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कार्यक्रम का सम्बोधन किया फिर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी बात रखी
कब होंगे प्लेनरी सेशन ?
दोपहत 3.00 बजे यूथ प्रवासी भारतीय दिवस का पहला सेशन टेक्सटाइल और गारमेंटस, दूसरा आइटी/ आइटीइएस में मप्र का सिनोरियो कैसे बदला जाये, और तीसरा सेशन हेल्थ केयर और फार्मास्युटिकल इवेस्टमेंट में री-शेपिंग द ग्लोबल हेल्थ वैल्यू जैसे विषयों की चर्चा पर होगा उसके बाद इन्वेस्ट इन मध्य प्रदेश, द फूड बास्केट, स्टार्टअप ईको सिस्टम में मप्र की स्ट्रैंथ व अन्य सत्र भी इस में शमिल है