आबिद कामदार इंदौर. प्रवासी भारतीय सम्मेलन में हरियाली के महत्व को ध्यान में रखते हुए, पौधरोपण पर सरकार द्वारा विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिसमें आने वाले मेहमानों को गिफ्ट बैग में अन्य सामग्री के साथ दो पैंपलेट दिए जायेंगे। इन पैंपलेट में पौधों के नाम खर्च से लेकर शहर के गौरव और विशेषता को दिखाया है।
पेंप्लेट्स में प्लांट अ ट्री विथ चीफ मिनिस्टर
Read More : Monalisa ने एक बार फिर कराया ग्लैमरस फोटोशूट, लुक्स पर ठहरी फैंस की नजरें
इसमें मुख्य रूप से पौधों की जानकारी और उनमें आने वाले खर्च को दर्शाया गया है।जिसमें बेल पत्र, अशोक, करंज, जामुन, बादाम, मोलशीरी,शीशम, रबर, कदम, महोगनी के पौधो को शामिल किया गया है। इन पौधों की कीमत 50 रुपए दर्शाई गई है। वहीं इनके एक साल के रखरखाव का खर्च 150 रुपए, 3 साल के रख रखाव में 450 रुपए और 3 साल से ज्यादा के रखरखाव पर 500 रुपए के खर्च को अंकित किया गया है।
दूसरे पेम्प्लेट्स में होगा इंदौर का गौरवशाली इतिहास
प्रवासी भारतीय और अन्य आयोजन के लिए तैयार किए जा रहे इन बैग्स में इंदौर का गौरवशाली इतिहास होगा,जिसमें फ्रंट पेज पर राजवाड़ा पैलेस बोलिया सरकार छत्री, कृष्णपुरा छत्री, गोपाल मंदिर, सराफा बाज़ार के फोटो को लगाया गया है। साथ ही इस ब्रोशर में इन सभी के इतिहास विशेषता और लोकेशन को दर्शाया गया है।
Read More : बेहद चमत्कारी है महामृत्युंजय मंत्र, जानिए जाप का तरीका और इसके अनेकों फायदे
गिफ्ट बैग में मुरैना की गजक से लेकर, बाग प्रिंट चंदेरी शॉल
सम्मेलन में आने वाले मेहमानों के लिए प्रशासन द्वारा कुछ उपहार के रूप में एक लकड़ी का बॉक्स जिसमे लगभग 1हजार बैग तैयार किए गए हैं। यह बॉक्स और बैग एनआरआई कप्तान और डेलीगेट्स को एमपीआईडीसी की टीम द्वारा बांटे जाएंगे। लकड़ी से बने इस बॉक्स और जूट के बैग्स में मुरैना की गजक, बाग प्रिंट चंदेरी शॉल, पेन, डायरी, पेन ड्राइव इंदौर एग्जीबिशन का मैप, रतलामी सेंव, बनाना पेपर पन्ना की आंवला कैंडी, प्रदेश की हस्तशिल्प कला, आइएमसी का बेच होगा।