MS धोनी के इस करीबी ने दुनिया को कहा अलविदा, टीम इंडिया में पहचान दिलाने के लिए तोड़े थे नियम

Pinal Patidar
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नई दिल्ली। बंगाल के पूर्व कप्तान और जूनियर चयनकर्ता प्रकाश पोद्दार का 82 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। भारतीय क्रिकेट को महेंद्र सिंह धोनी देने वाले टैलेंट स्पॉटर प्रकाश पोद्दार ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। महेंद्र सिंह धोनी उस समय जमशेदपुर में बिहार (झारखंड को बीसीसीआई का दर्जा मिलने से पहले) के लिए खेल रहे थे। प्रकाश पोद्दार ने MS धोनी की बड़े शॉट खेलने की ताकत देखी और फिर उनके नाम की सिफारिश की।

प्रकाश पोद्दार ने घरेलू क्रिकेट में बंगाल और राजस्थान दोनों का प्रतिनिधित्व किया था। वह हैदराबाद में रहते थे। प्रकाश पोद्दार 1960 के दशक के एक बेहतरीन बल्लेबाज थे, जिन्होंने 1962 में इंग्लैंड के खिलाफ एक घरेलू श्रृंखला के लिए भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाई थी। वर्ष 1940 में जन्मे पोद्दार ने बंगाल के लिए 1960 और 1977 के बीच 74 मैच खेलकर 11 शतकों के साथ 3836 रन बनाये। पोद्दार बंगाल के कप्तान थे, लेकिन उन्होंने दो बार राजस्थान के साथ खेलते हुए भी रणजी ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनायी थी।

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बंगाल के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के मैच रेफरी मुखर्जी ने पोद्दार को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि बीसीसीआई टैलेंट स्काउट्स के रूप में पोद्दार और मैं झारखंड (तब बिहार) के एक खिलाड़ी की असाधारण प्रतिभा की पहचान करने वाले और उसके बारे में बीसीसीआई को बताने वाले पहले शख्स थे।

प्रकाश पोद्दार ने सेवानिवृत्ति के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के ‘टैलेंट रिसोर्स डेवलपमेंट विंग’ (टीआरडीएस) के अधिकारी के रूप में काम किया, जिसे 2002 में युवा और होनहार भारतीय क्रिकेटरों को ढूंढने के लिये स्थापित किया गया था। पोद्दार को टीआरडीएस में काम करते हुए 2003 में महेंद्र सिंह धोनी को ढूंढने का श्रेय दिया जाता है।