नितिनमोहन शर्मा
जिस उम्र में वो गुड़िया…गुड़ियाओं से खेल रही है, उस उम्र में ‘बाज़ार’ उसे ‘बाज़ार ‘ में ला रहा है। वह भी दुल्हनिया बनाकर। बाजारू फैशन शो के नाम पर। जूनियर मिस इंडिया नाम के इस शो में उम्र का पैमाना 4 से 15 साल रखा गया है। यानी मासूम बच्चियों का आधुनिक फैशन शो। 27 नवम्बर को इसके लिए ऑडिशन रखा गया है।
शहर की सामाजिक व सांस्कृतिक फ़िजा में फेल रही नंगाई की चिंता करने वाले सुधीजनों को इस आयोजन की भनक लग गई। अब ये कहते हुए इस शो का कड़ा विरोध शुरू हो गया है कि ये मासूम बच्चियों को वक्त से पहले परिपक्व बनाने की साजिश है। इन्दौर में ऐसा अयोजन बर्दाश्त नही किया जाएगा। विरोध का मोर्चा फ़िलहाल सोशल मीडिया पर खोला गया है जो आयोजक संस्था ओर स्पॉन्सर कम्पनियों के दफ्तर तक जाएगा, अगर फैशन शो निरस्त नही हुआ तो। इस सम्बंध में पुलिस और प्रशासन को भी शिकायत की जा रही है।
मामला जूनियर मिस इंडिया के नाम से होने वाले आयोजन का है। इसके लिए 27 नवम्बर को ऑडिशन रखा गया है। स्थान बिचौलि मर्दाना रोड पर बृन्दावन रेस्टोरेंट के पास का बताया गया है। ऑडिशन में आने वाली बच्चियों के लिए फैशन मॉडलिंग ओर दुल्हन साज श्रंगार का ऑफ़र भी दिया गया हैं। ऐसे आयोजन सूरत ओर गुवाहाटी में भी होने की जानकारी दी गई है। किसी सरबजीत नाम के व्यक्ति इसके पीछे बताया जा रहा है जो इवेंट कम्पनी चलाता है।
सामजिक कार्यकर्ता माला सिंह ठाकुर ने सबसे पहले कड़ा विरोध दर्ज कराया। उन्होंने इस मामले में गुरुवार को एक अहम बैठक भी की। ख़ुलासा फर्स्ट से उन्होंने कहा कि हम इस प्रकार के आयोजन को नही होने देंगे। इवेंट कम्पनी को तलाश कर उसे हिदायत दे दी है। 3 दिन का समय दिया है। हम इस मामले में पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों से भी मिलकर इसका विरोध दर्ज कराएंगे ओर उनसे भी आग्रह करेंगे कि वे ऐसे विकृत कार्यक्रम की अनुमति न देवे।
ख़ुलासा फर्स्ट अपने सामाजिक सरोकारों के तहत फिर ऐसे आयोजन के ख़िलाफ़ मैदान में है, जो हमारे इन्दौर की शालीन संस्कृति के विरुद्ध है। हम ऐसे किसी भी आयोजन को इन्दौर की बेटी-इन्दौर का स्वाभिमान अभियान के तहत गलत मानते है।
आधुनिकता के नाम पर बच्चों के गुड्डे – गुड़ियों से खेलने की उम्र में मानसिक रूप से उन्हें उनकी उम्र से परिपक्व बनाने की ये साजिश है ये। मां अहिल्या की नगरी इन्दौर में ये सब नहीं चलेगा। हम सभी 4 वर्ष से 15 वर्ष की बेटियों के लिए दूषित मानसिकता से आयोजित “जूनियर मिस इंडिया” ऑडिशन का विरोध करते हैं। आयोजकों को चेतावनी है की नौनिहालों के साथ ये खिलवाड़ और सांस्कृतिक विकृतिकरण का योजनाबद्ध प्रयास न करें। इस आयोजन के जो स्पॉन्सर है, उनसे भी आग्रह है कि वे इस तरह के कार्यक्रम से स्वयम को समय रहते दूर कर ले।