कोविड-19 टीकाकरण कलेक्टर सिंह के लिए बना चुनौती, बोले- बहुत संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण मुद्दा

Akanksha
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इंदौर : कलेक्टर मनीष सिंह की अध्यक्षता में आज रेसीडेंसी सभाकक्ष में कोविड-19 टीकाकरण के लिये गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति के 44 विभागों के अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर कलेक्टर सिंह ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण बहुत संदेनशील और चुनौतीपूर्ण मुद्दा है। इसका प्रबंधन निर्वाचन की तरह किया जायेगा। इस मुहिम में 44 विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों का सहयोग लिया जायेगा। इस बड़े कार्य के लिये कर्मचारियों और अधिकारियों को सघन प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिले में मातृवंदना योजना, पल्स पोलियो, दस्तक अभियान अगले महीने संघन टीकाकरण के साथ चलाया जायेगा। कोविड-19 टीकाकरण आने वाले महीनों में शुरू हो जायेगा। ‍जिला स्तर पर तैयारियाँ जारी हैं।

कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि जिले में सभी निजी चिकित्सा महाविद्यालय, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, जिले के सभी दिशाओं में स्थित निजी चिकित्सालयों को वैक्सीन सेंटर के रूप में चिन्हांकन कर कोविड टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उक्त बैठक पल्स पोलियो अभियान तथा दस्तक अभियान के संबंध में भी चर्चा की गई। महिला एवं बाल विकास विभाग के समन्वय से उक्त अभियानों को सफलतापूर्वक संचालन करने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर विश्व स्वास्थ्य सगठन के प्रतिनिधि डॉ. सुधीर सोनी ने कहा कि कोविड-19 से डरने की जरूरत नहीं है बल्कि सावधान रहने की जरूरत है। इसका टीकाकरण अभियान अगले महीने शुरू हो जायेगा। तीन देशी और चार विदेशी कंपनियों ने कोविड-19 का टीकाकरण खोज लिया है। इस मुहिम में सर्वप्रथम ऑनलाइन पंजीयन के उपरांत टीका किया जायेगा। सबसे पहले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों और कोरोना इलाज से जुड़े स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण किया जायेगा। उसके बाद स्कूल, सामुदायिक भवन, ग्राम पंचायत और नगर पालिका कर्मचारियों का टीकाकरण किया जायेगा। उसके बाद 50 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों का टीकाकरण किया जायेगा। इंदौर जिले में नंदानगर, हुकुमचंद संयोगिता गंज, मल्हारगंज झोन, मानपुर क्षेत्र सांवेर क्षेत्र, हातोद क्षेत्र और देपालपुर क्षेत्र में टीकाकरण झोन बनाये गये हैं। उसके बाद रजिस्ट्रेशन के बाद माइक्रो प्लानिंग की जायेगी। उसके बाद निर्धारित स्थान पर टीकाकरण किया जायेगा। इसके लिये एक डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम सीएमएचओ ऑफिस में स्थापित किया जायेगा, जहां पर माइक्रो प्लानिंग, मानव संसाधन, सोशल मोब्लाइजेशन एक्टिविटीज, यातायात, इंटर सेक्ट्रोरल क्वाडिनेशन, मॉनिटरिंग का कार्य किया जायेगा। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लिये अलग-अलग टीकाकरण दल गठित किया जायेगा। इस मुहिम के लिये वैक्सीन के लिये कोल्ड चेन बनेगी।

 

टीकाकरण कर्मचारियों जिला मुख्यालय पर शीघ्र प्रशिक्षण दिया जायेगा। कोल्ड चेन में वैक्सीनेशन कैरियर, कोल्ड बॉक्स, आइसपैक की जरूरत पड़ेगी। जिला टॉस्क फोर्स पूरे कार्यक्रम का अनुश्रवण करेगा तथा मानव संसाधन उपलब्ध करवायेगा। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारियों की ड्यूटी लागई जायेगी। डिस्ट्रिक्ट टॉस्क फोर्स समन्वय और संचार स्थापित करेगा। जिला स्तर पर नगर पालिका, नगर निगम कर्मचारियों को भी प्रशिक्षण दिया जायेगा। ब्लाक मेडिकल ऑफिसर, ब्लाक प्रोजेक्ट मैनेजर, ब्लाक सुपर वायजर, डेटाइंट्री ऑपरेटर और महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा।

कोविड-19 वैक्सीन का कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण डॉ. सुधीर सोनी एस.एम.ओ, W.H.O. द्वारा किया गया। जिसमें उन्होंने वैक्सीन के प्रकार, विभिन्न चरण, चुनौतियों तथा उत्सुकता से संबंधित बिन्दुओं को विस्तार से संबोधित किया। आम व्यक्ति की जिज्ञासा यह है कि कोविड वैक्सीन कब आएगी? इसके संबंध में भारत सरकार द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार वैक्सीन लगाने की आवश्यक तैयारियां पूर्ण हो चुकी है तथा यह टीका संभावित उपलब्धता तथा उच्च जोखिम के आधार पर भारत सरकार ने प्राथमिक समूह का चयन किया है, जिसमें स्वास्थ्य सेवा प्रदाता, फ्रंटलाइन वकर्स, 50 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्ति तथा 50 वर्ष से कम आयु वाले व्यक्ति, जो को-मार्बिड वाली ‍स्थिति (गंभीर बीमारी) में हैं। कोविड-19 टीकाकरण के लिए लाभार्थी का पंजीकरण अनिवार्य होगा। इसका ‘ऑन द स्पॉट पंजीकरण नहीं किया जाएगा, उसे अपने साथ फोटोयुक्त पहचान पत्र भी लाना होगा, साथ ही साथ को-मार्विडिटी वाली स्थिति में भी टीका लगाया जा सकता है। टीकाकरण के पश्चात भी कोविड-19 अनुकूल व्यवहार मास्क पहनने, हाथ साफ करने तथा सामाजिक दूरी जैसे रोकथाम उपायों का भी पालन कड़ाई से करना होगा। यह वैक्सीन सुरक्षित है, क्योंकि नियामक संस्थाओं के द्वारा वैक्सीन की प्रभाविकता तथा सुरक्षा के पश्चात ही अनुमति दी गयी है।

जिला टास्क फोर्स के संयोजक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाहरिया तथा सचिव जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता होंगे। इसमें विभिन्न विभागों के दायित्वों तथा सहयोग से इस विशाल अभियान को संचालित किया जाएगा। इंदौर जिले में कोविड वैक्सीन के लिए 25 हजार 772 हेल्थ केयर वकर्स को पंजीकृत किया जा चुके हैं, जिन्हें प्रथम चरण में टीकाकरण किया जाएगा, लगभग 8.5 लाख वैक्सीन डोज़ रखने की व्यवस्था हमारे यहाँ है। मतदान प्रक्रिया की तरह ही टीकाकरण सत्र संचालित किए जाएंगे। इस अवसर पर अपर कलेक्टर अयजदेव शर्मा, डीन एमजीएम मेडिकल कॉलेज डॉ. संजय दीक्षित, अपर कलेक्टर संतोष टैगोर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पुर्णिमा गड़रिया, डॉ. सी.एल. पासी, समस्त ब्लाक मेडिकल ऑफिसर, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरूण गुप्ता आदि मौजूद थे।