बॉलीवुड के विलन और मजदूरों के मसीहा सोनू सूद इन दिनों लगातार जरुरतमंदों की मदद में जुटे हुए है। वह लगातार किसी न किसी तरह से लोगों तक अपनी मदद पहुंचा रहे हैं। साथ ही वह लोगों का दिल भी जीत रहे हैं। अब तक वो कई हजारों लोगों का दिल जीत चुके हैं। लगातार अब तक वह लोगों का दिल जीतने की कोशिश की है। वहीं अभी सोनू सूद ने बताया है कि लॉकडाउन के चलते उन्होंने प्रवासियों के लिए काम करने के बाद फिल्म निर्माता अब अपनी फिल्मों में उन्हें नायक के रोल दे रहे हैं।
इसका खुलासा उन्होंने वी द वुमेन के ऑनलाइन सेशन खुद किया है। उन्होंने खुद खुलासा किया है कि से 2020 ने उनके पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को, विशेषकर एक एक्टर के तौर पर उनकी इमेज को बदल कर रख दिया है। आपको बता दे, इससे पहले सोनू ने कई फिल्मों में खलनायकों की भूमिका निभाई है। उनका कहना है कि अब मुझे हर तरह के रोल मिल रहे हैं। मुझे चार-पांच बेहतरीन स्क्रिप्ट मिली हैं। आशा करता हूं। यह एक नई शुरुआत है और इसमें बहुत मजा आएगा।
उन्होंने इंटरव्यू में बताया कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों से आकर मुंबई में फंसे प्रवासी कामगारों को उनके परिवार से मिलाने में मदद करने के लिए एक पहल शुरू की थी। जिसके बाद उन्होंने और उनकी टीम ने श्रमिकों से जुड़ने के लिए एक टोल-फ्री नंबर और एक व्हाट्सएप हेल्पलाइन शुरू की और फिर प्रवासियों के लिए परिवहन के तौर पर बसों, ट्रेनों और यहां तक कि चार्टर्ड विमानों के साथ-साथ भोजन की भी व्यवस्था की थी।
उन्होंने बताया कि तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों की दुर्दशा देखकर उन्हें बहुत दुख हो रहा है। वहीं इसके साथ ही उन्होंने उनकी समस्याओं के समाधान की उम्मीद जताई। दरअसल, हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों के हजारों किसान दिल्ली की सीमा पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें डर है कि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली समाप्त हो जाएगी और उनपर बड़े कॉर्पोरेट का नियंत्रण हो जाएगा। उनका कहना है कि वह इस बहस में नहीं पड़ना चाहते कि कौन सही है या कौन गलत, बल्कि वह केवल यह चाहते हैं कि किसानों की समस्याओं का समय पर समाधान हो।