भोपाल : मध्यप्रदेश की सियासत में एक ख़बर खलबली मचाने वाली सामने आई है. मध्यप्रदेश में साल 2019 के लोकसभा चुनाव में और साल 2018 के विधानसभा चुनाव में काले धन का इस्तेमाल होने की जानकारी सामने आई है. इसमें कांग्रेस पार्टी के कई बड़े नाम भी सामने आए हैं. प्रमुख रूप से मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला का नाम शामिल है. इनके अलावा सूची में 50 से अधिक कांग्रेसी शामिल है.
बीते दिनों केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को एक रिपोर्ट सौंपी गई थी. जानकारी मिली है कि इस रिपोर्ट की एक कॉपी एमपी के मुख्य सचिव को भी भेजी गई है. इसके अंतर्गत बोर्ड द्वारा एमपी के तीन आईपीएस अफसरों और राज्य पुलिस सेवा के एक अधिकारी के ख़िलाफ़ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. बोर्ड ने चारों के ख़िलाफ़ केस दर्ज करने के लिए कहा है. इस रिपोर्ट में अफसरों के साथ ही राजनीतिक दलों के नेताओं के नाम भी शामिल है. जबकि कई उद्योगपति भी निशाने पर है. बोर्ड ने कहा है कि मामले में अन्य संदिग्ध लगने वाले लोगों पर भी केस दर्ज कर जांच-पड़ताल की कजाएगी.
कई कांग्रेसी नेताओं के नाम शामिल…
दस्तावेज में कांग्रेस पार्टी के दर्जों नेताओं के नाम सामने आईं है. जरा एक नजर डालते हैं कांग्रेस पार्टी के नेताओं के नामों पर. अजय सिंह, कंप्यूटर बाबा, शाद अहमदाबाद, योगेश राठौर, रणदीप सुरजेवाला, दिग्विजय सिंह, अभिषेक मिश्रा, फुंदेलाल मार्को, विजय राघवेंद्र सिंह, ओमकार सिंह मरकाम, नारायण पट्टा, योगेंद्र बाबा, डॉ. असोक मर्सकोले, अर्जुन काकोदिया, संजय उइके, ब्रह्मा भलावी, भूपेंद्र मरावी, सज्जन सिंह, बाबू जंडेल, बैजनाथ कुशवाहा, प्रवीण पाठक, घनश्याम सिंह, गोपाल सिंह चौहान, तनवर लोधी, नीरज दीक्षित, विक्रम सिंह नातीराजा, शिवदयाल बागरी, सिद्धार्थ कुशवाहा, संजय यादव, शशांक भार्गव, आरिफ मसूद, गोवर्धन सिंह दांगी, बापू सिंह तोमर, महेश परमार, राजेश कुमार (सपा), राणा विक्रम सिंह, देवेंद्र पटेल, रामलाल मालवीय, मुरली मोरवाल, झूमा सोलंकी, सचिन बिड़ला, रवि रमेशचंद्र जोशी, केदार चिड़ाभाई डावर, ग्यारसीलाल रावत, चंद्रभागा किराड़े, मुकेश रावत पटेल, कलावती भूरिया, वीरसिंह भूरिया, वाल सिंह मेढ़ा, प्रताप ग्रेवाल, पांचीलाल मेढ़ा, हर्ष विजय सिंह गेहलोत, आरकेएम, मीनाक्षी नटराजन, कमल मरावी, प्रमिला सिंह, मधु भगत, देवाशीष जरारिया, शशि कर्णावत, शैलेंद्र सिंह दीवान, कविता नातीराजा, मुकेश श्रीवास्तव, ब्रजेश पटेल, बिरला लोधा आदि.
एमपी के मंत्रियों के भी नाम…
रिपोर्ट में मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के कुछ मंत्रियों के भी नाम सामने आए हैं. शिवराज सरकार के तीन मंत्री बिसाहूलाल सिंह, प्रद्युम्न सिंह तोमर और राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव का नाम सामने आया है. कांग्रेस और भाजपा नेता एवं सभी सूची में शामिल लोगों पर आरोप है कि चुनाव के दौरान ये काल धन के लेन-देन में शामिल रहे हैं.
ये कंपनी और कारोबारी भी शामिल…
कंपनी और कारोबारियों में शिवा माइनिंग, मोंटाना, डीजीयाना, नितिन रेड्डी, कार्निवल ग्रुप, पिओ अनिल जी, एम शिखरवार, सिंचाई टाटा, हिमांशू आरकेएम दिल्ली, प्रिज्म सीमेंट, वंडर सीमेंट, लखन तिवारी, एएमआर मोंटाना, एमपी बिरला, दिलीप रघुवंशी और राजेंद्र गुप्ता ट्राइडेंट का नाम सामने आया है. साथ ही आपको बता दें कि इन सभी नामों के आगे 200 से लेकर 5850 रु तक की राशि भी दर्ज है.
जानिए क्या है मामला…
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार थी. इस दौरान मध्यप्रदेश में आईटी विभाग ने छापेमारी की थी. यह छापेमारी पूर्व सीएम कमलनथ से जुड़े लोगों के ख़िलाफ़ हुई थी. आईटी विभाग के निशाने पर इस दौरान कमलनाथ सरकार में सलाहकार आरके मिगलानी, ओएसडी प्रवीण कक्कड़ और नाथ के भांजे रतुल पुरी सहित कई लोग आए थे. हवाला के साथ ही इस छापेमारी में काले धन के लेन-देन से जुड़ा लंबा-चौड़ा डाटा भी आईटी विभाग के हाथ लगा.
आईटी विभाग के मुताबिक़, लोकसभा चुनाव 2019 के साथ ही मध्यप्रदेश के 2018 विधानसभा चुनाव में भी बड़े पैमाने पर काले धन का उपयोग हुआ था. जांच-पड़ताल में सामने आया कि इस काम में मध्य प्रदेश के सरकारी महकमों के साथ अफ़सरों ने भी योगदान दिया था. अब जब रिपोर्ट सार्वजनिक हुई तो इसमें मध्यप्रदेश सरकार के कुछ एक मंत्रियों के साथ कांग्रेस के 50 से अधिक बड़े नेताओं के नाम सामने आए हैं. केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की रिपोर्ट ने मध्यप्रदेश की सियासत में एक नया बवाल पैदा कर दिया है.