नई दिल्ली : वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल की चुनाव में लगातार होती अपनी पार्टी की हार को लेकर आत्ममंथन वाले बयान पर लगातार मुश्किलें बढ़ रही है. पहले जहां सिब्बल के बयान पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने उन्हें नसीहत दी थी, तो वहीं अब कांग्रेस के एक और बड़ी नेता ने अधीर रंजन चौधरी ने इस पर अपनी बता रखी है और उन्होंने भी सिब्बल को नसीहत दी है.
हाल ही में पत्रकारों से बता करते हुए अधेड़ रंजन ने कहा कि, ”’कपिल सिब्बल ने इस बारे में पहले भी बात की थी. वह कांग्रेस पार्टी और आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता के बारे में बहुत चिंतित हैं. लेकिन हमने बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश या गुजरात के चुनावों में उनका चेहरा नहीं देखा.” पत्रकारों से बात करते हुए चौधरी ने कपिल पर निशाना साधते हुए कहा कि, ”बिना कुछ किए बोलना आत्मनिरीक्षण होता है”?
कपिल सिब्बल को नसीहत देते हुए कांग्रेस नेता चौधरी ने कहा कि, ”अगर कपिल सिब्बल बिहार और मध्य प्रदेश जाते, तो वह साबित कर सकते थे कि जो वो जो कह रहे हैं वह सही है और इससे उन्होंने कांग्रेस की स्थिति मजबूत की होती. ऐसी बातों से कुछ हासिल नहीं होगा. बिना कुछ किए बोलने का मतलब आत्मनिरीक्षण नहीं है.”
गहलोत ने किए थे कई ट्वीट...
इससे पहले सोमवार को राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी सिब्बल को नसीहत दी थी. राजस्थान के मुख्यमंत्री ने इसके लिए ट्विटर पर एक के बाद एक पांच ट्वीट किए. उन्होंने कपिल पर भड़कते हुए कहा था कि, “आंतरिक मुद्दों” मीडिया में नहीं लाना चाहिए. इससे देश भर में पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है.”
जानिए क्या था सिब्बल का बयान ?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने पार्टी की लगातार होती हार पर एक साक्षात्कार में कहा था कि, “देश के लोग, न केवल बिहार में, बल्कि जहां भी उपचुनाव हुए, जाहिर तौर पर कांग्रेस को एक प्रभावी विकल्प नहीं मानते. यह एक निष्कर्ष है. बिहार में विकल्प आरजेडी ही था. हम गुजरात में सभी उपचुनाव हार गए. लोकसभा चुनाव में भी हमने वहां एक भी सीट नहीं जीती थी. उत्तर प्रदेश की कई सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों को 2 फीसदी से कम वोट मिले. मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस आत्ममंथन करेगी.”