मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में 2 दिन पहले एक विवाहिता महिला टीचर ने आत्महत्या कर ली थी। मृतका द्वारा अपने हाथ पर सुसाइड नोट भी लिखा गया था। घटना की जानकारी लगने के बाद मृतका के मायके के परिजनों ने उसके पति सुभाष साहू पर अपनी पत्नी को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के आरोप लगाए थे। हालाकिं इन आरोपों के कोई सबूत उनके द्वारा नहीं दिए गए थे लेकिन इन आरोपों में सुभाष साहू और उनकी भाभी के बीच अवैध संबंध की बात कही गई थी।
असत्यापित आरोप को अखबार की वेबसाइट और कुछ समाचार पत्रों ने प्रमुखता से छापा
इस असत्यापित आरोप को एक अखबार की वेबसाइट और कुछ समाचार पत्रों ने बहुत प्रमुखता से छापा था जोकि एक प्रकार से यह गैर जिम्मेदाराना पत्रकारिता है।इस असत्यापित बात को अखबार की वेबसाइट और समाचार पत्रों के द्वारा छापे जाने से न केवल मृतक सुभाष साहू बुरी तरह आहत हुआ होगा बल्कि उसकी भाभी को भी बहुत ही भावनात्मक ठेस पहुंची होगी । सुभाष साहू द्वारा इसी बात से आहत होकर आत्महत्या कर ली गई ।
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संवेदनशील मामलों में सत्यापन आवश्यक
इस प्रकार के गंभीर और संवेदनशील मामलों में पत्रकार वर्ग को बहुत ही सावधानी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने की आवश्यकता है। ऐसी किसी भी प्रकार की खबर को छापने से पहले उस खबर की वास्तविकता को भलीभांति सत्यापित कर लेना चाहिए और पूर्ण सहमति होने के बाद ही उस खबर को प्रस्तुत करना चाहिए। यह एक पत्रकारिता से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति का उत्तरदायित्व है, जिसे उनके द्वारा दृढ़ता से निभाया जाना चाहिए।