जम्मू कश्मीर : राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डेक्लेरेशन की उपप्रधान महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है। उन्होंने बयान देते हुए कहा है कि जब प्रदेश में युवाओं को नौकरियां ही नहीं मिलेंगी तो वे मजबूर होकर बंदूक उठाएंगे। जम्मू-कश्मीर में स्थानीय युवाओं के लिए नौकिरयों व भूमि के अधिकार छीन लिए गए हैं। ये बात जम्मू के लोगों को भी समझ आ गई है। बता दे कि इसके पूर्व में भी महबूबा मुफ्ती ने राष्ट्रीय ध्वज पर विवादित बयान दिया था।
जम्मू में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के मुख्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे को बेरोज़गारी से जोड़ते हुए कहा कि जब प्रदेश में युवाओं को नौकरियां ही नहीं मिलेंगी तो वे मजबूर होकर बंदूक उठाएंगे। उन्हें बयान से यह बात साफ़ नजर आ रही थी कि कश्मीर में बेरोजगारी से परेशान युवा ही आतंकवादी बन रहे है। और साथ में उन्होंने अपने बयान से माध्यम से केंद्र को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जम्मू-कश्मीर के युवाओं का हक दूसरे राज्यों के युवाओं को मिला तो यह सिलसिला आगे बढ़ेगा।
महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि जब से केंद्र सरकार ने यहाँ से 370 हटा कर केंद्र शासित राज्य बनाया है तब से यहाँ के लोगो की दिक्कत और भी बढ़ गई है। बजरी, रेत के कारोबार करने वाले लोगो का कारोबार खत्म होने को आ गया है। और यह काम भी केंद्र ने बाहर के लोगो को सौंप दिया है। । हमने जम्मू में समाज के विभिन्न वर्गों से बातचीत की। जम्मू में कारोबार पूरी तरह से ठप्प है। रोजगार मिल नहीं रहा है। इंडस्ट्री नहीं चल रही है। यहाँ के लोग खुद को बीजेपी से ठगा हुआ महसूस कर रहे है।