बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार इन दिनों अपनी फिल्म लक्ष्मी बॉम्ब के चलते काफी ज्यादा सुर्ख़ियों में छाए हुए है। फैंस को इस फिल्म का बड़े ही बेसब्री से इंतजार है। ये फिल्म शुरुआत से ही काफी ज्यादा चर्चा में है। हर कोई ये जानना चाहता है कि ये फिल्म कब रिलीज होगी। इस फिल्म के ट्रेलर को दर्शकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है। वह काफी ज्यादा ट्रेंड कर रहा है लेकिन इसी बीच सोशल मीडिया पर सिर्फ इसी के चर्चे होते दिख रहे हैं। वहीं ये फिल्म काफी ज्यादा विवादों में भी बनी हुई है। जहां एक तरफ इस फिल्म को अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है तो दूसरी तरफ इसके लिए विवाद खड़े हुए है। कई लोग फिल्म पर बैन लगाने की मांग कर रहा है।
वहीं हिंदू जनजागृती समिती की तरफ से अक्षय की लक्ष्मी बॉम्ब को बैन करने की मांग की गई है। साथ ही उनके द्वारा ये आरोप भी लगाया गया है कि इस फिल्म पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस फिल्म के जरिए माता लक्ष्मी का अपमान किया जा रहा है। साथ ही ये फिल्म लव जिहाद को बढ़ावा भी दे रही है। इस फिल्म पर लगे आरोप पर हिंदू जनजागृती समिती के प्रवक्ता रमेश शिंदे ने एक बयान जारी किया जिसमें उन्होंने पहले तो फिम पर कई आरोप लगाए उसके बाद महाराष्ट्र की सरकार पर भी निशाना साधा है।
उनका कहना है कि दिवाली पर रिलीज हो रही फिल्म का नाम जानबूझकर लक्ष्मी बॉम्ब रखा गया है। इसलिए हमारी पहली आपत्ति तो फिल्म के नाम को लेकर ही है। हम तो कई सालों से लोगों को लक्ष्मी फायर क्रैकर ना जलाने की अपील कर रहे हैं क्योंकि ये हिंदू देवी का अपमान है, लेकिन ये फिल्म तो लोगों को पटाखे जलाने के लिए प्रेरित करेगी। वहीं लव जिहाद को लेते हुए उन्होंने ने कहा कि फिल्म में हीरो का नाम आसिफ है, वहीं हीरोइन का नाम प्रिया यादव रखा गया है। मतलब साफ है, ये फिल्म लव जिहाद को बढ़ावा देती है। इसलिए लक्ष्मी बॉम्ब को तुरंत बैन कर देना चाहिए।
उन्होंने ने कहा कि मुहम्मद द मैसेंजर ऑफ गॉड के लिए कहा गया था कि इस फिल्म ने मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई थी, इस वजह से महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री ने फिल्म को बैन करने की बात की थी। इसी तर्ज पर सरकार को लक्ष्मी बॉम्ब को भी बैन करने की मांग उठानी चाहिए। फिल्म हिंदू देवी-देवताओं का अपमान कर रही है।
आपको बता दे, उनके मुताबिक, इस फिल्म में अक्षय का किन्नर को लेकर एक निगेटिव किरदार में दिखाया गया है। जानबूझकर फिल्म में उनके किरदार के लिए लाल कुमकुम, लाल साड़ी , खुले बाल रखे गए हैं, वहीं उन्हें हाथ में त्रिशूल लेकर डांस करवाया गया है। क्या यहीं फिल्ममेकर जो अभी दिवाली पर ऐसी फिल्मे बना रहे हैं, क्या वे कभी ईद के मौके पर आयेशा बॉम्ब, फातिमा बॉम्ब, शबीना बॉम्ब जैसी फिल्में बनाने की हिम्मत दिखा पाएंगे।
जैसे मुस्लिम समुदाय की भावनाओं का ध्यान रखा जाता है, वैसे ही हिंदू भावनाओं को क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है। क्या इस देश में अब सेक्युलरिज्म का मतलब ही हिंदुओं के खिलाफ होना हो गया है। गौरतलब है कि ये फिल्म तमिल फिल्म कंचना का रीमेक है। इस फिल्म के डायरेक्टर राघव लॉरेंस है। फिल्म ओटीट प्लेटफॉर्म पर 9 नवंबर 2020 को रिलीज की जाएगी। इस फिल्म में अक्षय कुमार और कियारा आडवाणी के अलावा शरद केलकर, तरुण अरोड़ा, अश्विनी कलसेकर, मीर सरवर, बाबू एंटोनी और तुषार कपूर नजर आने वाले हैं।