नई दिल्ली : अक्सर आपने देखा होगा महिलाएं, लड़कियां या बच्चे हो कोई भी पैरों में सोने की पायल, बिछिया या अन्य कोई आभूषण पहनने से अक्सर संकोच ही करते है। ऐसे में आप भी सोचते होंगे और आपके दिमाग में भी आपको कई बार ख्याल आता ही होगा कि चांदी की पायल, बिछिया तो सब पहनते है परन्तु सोने की पायल या सोने का कोई और आभूषण क्यों नहीं पहना जाता है? तो आज हम आपके इस सवाल का जवाब आपके लिए लेकर आये है जो शायद आपको इस सवाल को फिर दिमाग में ना आने दे..
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धार्मिक मान्यताओं के कारण-
1. आपको बता दे कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोना भगवान विष्णु की प्रिय धातु है और साथ ही स्वर्ण को मां लक्ष्मी का स्वरूप भी माना गया है।
2. इसके अलावा कहा जाता है, अगर पैरों में पहने जाने वाले गहनों को यदि सोने में बनवाकर पहना जाता है तो भगवान का अपमान होता है।
3. आप सभी जानते है कि सोने को मां लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है, इस कारण आप अगर कमर से निचे यानी पैरों में सोना पहनते है तो मान लक्ष्मी आपसे रूठ जाती है और आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
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वैज्ञानिक कारण-
1. वैज्ञानिक कारणों को माने तो कहा जाता है कि सोने के गहने शरीर में गर्मी बढ़ाते हैं जबकि चांदी के गहने शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं।
2. इसके अलावा कहा जाता है कमर के ऊपर सोने के गहने और कमर के नीचे चांदी के गहने पहनने से शरीर का तापमान संतुलित रहता है।
3. अब आपको बता दे सबसे बड़ा कारण एक यह भी है कि सोने और चांदी दोनों से बने गहने पहनने से शरीर को कई परेशानियों से बचाया जा सकता है।