टैक्स प्रेक्टिश्नर्स एसोसिएशन ने कोरोना “वर्तमान और भविष्य” पर वेबिनार का किया आयोजन

Akanksha
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भोपाल। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संबंध में शंका कुशंकाओं को दूर करने के लिए टीपीए ने वेबिनार का आयोजन किया। आयोजन में मुख्य वक्ता आपदा प्रबंधन समिति मध्य प्रदेश शासन के सदस्य सुप्रसिद्ध प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर निशांत खरे ने संबोधित किया l मोडरेशन सीए अभय शर्मा ने किया l साथ ही टीपीए के प्रेसिडेंट सीए मनोज गुप्ता ने कहा कि, कोरोना महामारी के प्रकोप का सामना करते हुए हम सभी को 6 माह से ज्यादा समय हो गया है। कोरोना से बचाव के उपायों पर समाज के हर क्षेत्र में काफी चर्चा की जा रही है । लेकिन अब आवश्यकता महसूस की जा रही है कि कोविड के दौरान और खास तौर से कोविड के पश्चात क्या क्या सावधानियां रखना है इस पर एक्सपर्ट ओपिनियन ली जाए।

उन्होंने बताया कि, कोरोना महामारी से हर वर्ग पीड़ित है तथा अब व्यावसायिक गतिविधियाँ पुर्णतः चालू होने से सभी को और भी अधिक सावधानी रखने की आवश्यकता है l

साथ ही आयोजन में मुख्य वक्ता डॉक्टर निशांत खरे ने कहा कि, किसी इन्सान को हांथ पांव में लगातार दर्द, गले में खराश, हल्का या तेज बुखार, गंधहीनता इत्यादि हो तो उसे बगैर देरी किये कोरोना का टेस्ट कराना चाहिए l उन्होंने कहा, यदि घर में कोई सदस्य कोरोना पॉजिटिव हो जाता है तो अन्य सदस्यों को दुगनी सावधानी रखने की आवश्यकता है l कोरोना वायरस से बचाव के लिए संयमित खान-पान की आदतों को अपनाना होगा l किसी व्यक्ति को डायबिटीज़, हार्ट या अन्य कोई बीमारी हैं तो उसको खतरा कहीं अधिक होता है अतः ऐसे व्यक्तियों को ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है l

आयोजन में जब मुख्य प्रवक्ता से यह पूछा गया कि, अल्कोहल से कोरोना वायरस इंफेक्शन समाप्त होता है? तो इस पर उन्होंने कहा कि, यह एक बड़ी भ्रान्ति है जबकि अल्कोहल शरीर की इम्युनिटी कमजोर कर देता है l उन्होंने कहा सरकार की और से दो प्रकार की जांचें की जा रही हैं रेपिड एंटीजन टेस्ट और आरटी पीसीआर l रेपिड एंटीजन टेस्ट जिसमे 15 मिनिट में ही रिजल्ट मिल जाता है यदि रेपिड एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आती है तथा मरीज में कोरोना के लक्षण विधमान हैं तो आरटी पीसीआर जिसे गोल्डन टेस्ट भी कहा उससे रिपोर्ट रिकन्फर्म करने करवाना चाहिए l

प्रवक्ता ने कहा कि, यदि रिपोर्ट पोसिटिव आती है तथा माइल्ड सिमटम्स है, दूसरी कोई बड़ी बीमारी नहीं है। तो होम आइसोलेशन से भी कोरोना को हराया जा सकता है l पोसिटिव रिपोर्ट में सिटी वैल्यू दी जाती है ये कोरोना वायरस लोड को प्रदर्शित करती है l 24 से अधिक सीटी वैल्यू होने पर यह माना जाता है कि वायरस लोड कम है तथा सामान्यतः ऐसा मरीज दूसरों को इन्फेक्शन नहीं फैलता है l पोस्ट कोविड पेशेंट में 14 दिनों में एंटीबॉडी बन जाती है और जिससे वापिस से कोरोना होने का खतरा नहीं होता है l ऐसा देखा गया है कि 3 माह तक एंटीबॉडी शरीर में रहती है l भारत में भी रिपीट कोविड पेशेंट कम ही रिपोर्ट हुए हैं तथा उन पर रिसर्च चल रही है l उन्होंने कहा कि यह सही है कि पिछले कुछ दिनों से कोरोना पेशेंट्स की मृत्यु दर में बढ़ोतरी देखने में आई है l

उन्होंने आगे कहा कि, इसका मुख्य कारण इलाज में देरी, लापरवाही तथा मरीज में अन्य बीमारी का होना है l ऐसे पेशेंट्स जिन्हें कोई लक्षण नहीं हैं तथा रिपोर्ट पॉजिटिव है। उन्हें एसिम्पटोमेटिक पेशेंट्स कहते है l कोरोना पीक के बारे में उन्होंने बताया कि अभी दावे से नहीं कहा जा सकता है कि इंदौर में या भारत में कोरोना का पीक आ चूका है या नहीं l

साथ ही उन्होंने कहा कि, अस्पताल में जब पेशेंट रहता है तो 24 सो घंटे उसे एक ही माहौल में रहना पड़ता है l बीमारी के डर और अकेलेपन से पेशेंट चिड़चिड़े हो जाते हैं तथा मानसिक अवसाद से भी घिर जाते हैं l अस्पताल में पेशेंट्स को योगा, मेडिटेशन तथा कॉउंसलिंग देकर इससे बचा जा सकता है l प्रवक्ता ने कहा कि, पोस्ट कोविड रिकवरी में में अत्यधिक सावधानियां रखने की आवश्यकता हैl कई पेशेंट्स को रिकवर होने में 6 हफ़्तों तक का समय लग जाता है l अधिकांश पेशेंट्स में देखा गया है कि कोविड से ठीक होने के पश्चात् जबरजस्त कमजोरी बनी रहती है, 100-200 कदम चलने से ही हाँफनी आने लगती है l कुछ पेशेंट्स में यह देखा गया कि एग्जर्शन करने पर फीवर आने लगाl

उन्होंने बताया कि, किसी की आवाज में सर्दी की फीलिंग आती है या आवाज घर्रा कर आती है l इस कमजोरी को कैसे दूर करने के लिए दवाएं, विटामिन की गोलियां मेडिटेशन तथा आराम करने की आवश्यकता होती है l पोस्ट कोविड पीरियड में कई पेशेंट्स को मानसिक तनाव बहुत होता है, हर चीज में कोरोना दिखने लगता है जीवन में ऐसा लगता है कि जैसे कुछ बचा ही नहीं हो इस मानसिक अवस्था से उबरने के लिए काउंसिलिंग बेहतर विकल्प होती है l पोस्ट कोविड में पीरियड में शरीर की इम्युनिटी बहुत कम होने से बॉडी में इंफेक्शन देखने में मिल रहा है l पेशेंट्स में पोस्ट कोविड अलग अलग लक्षण देखने में मिल रहे हैं, किसी को भूख बहुत ज्यादा लग रही है किसी को बहुत कम और किसी को दिन भर नींद आती रहती है l बेलेन्स्ड और विटामिन युक्त डाईट, माइल्ड एक्सरसाईज तथा कुछ दिन घर पर आराम करने से मरीजों को फायदा मिलता है l विदेशों में पोस्ट कोविड ओपीडी और काउंसिलिंग सेंटर शुरू किये गए है इसी तरह इंदौर में भी सभी बड़े अस्पतालों को ऐसे अरेंजमेंट करने को कहा गया है।

उन्होंने वैश्विक महामारी से बचावों के बारे में बताते हुए कहा कि, सोशल डिस्टेनसिंग, मास्क और सेनिटाईजर का उपयोग करना ही कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय है l भारत में 2021 की पहली तिमाही में ही वैक्सीन आने की उम्मीद है l

उन्होंने बताया कि, प्राइवेट अस्पताल में कोवीड की दरों के सम्बन्ध मे शासन ने अपर कैप निर्धारित किया है जिससे अधिक चार्ज अस्पताल नहीं ले सकते हैं l सभी अस्पतालों को रिसेप्शन पर ही इलाज की दरों को प्रदर्शित करना आवश्यक किया गया है l यदि किसी अस्पताल द्वारा ज्यादा बिल लिया जाता है तो इसकी शिकायत कलेक्ट्रेट में नोडल अधिकारी से कर सकते हैं l

उन्होंने कहा कि, यदि सीए के ऑफिस में यदि कोई कर्मचारी संक्रमित हो जाता है तो कुछ दिन के लिए ऑफिस बंद रखें, सेनेटाइज करवाएं तथा संपर्क में आये लोगों को आइसोलेट हो जाना चाहिए तथा लक्षण दिखने पर जाँच जरुर करवाना चाहिए l

वेबिनार का सञ्चालन सीए कीर्ति जोशी ने किया तथा मोडरेशन सीए अभय शर्मा ने किया l