लगातार दुनियाभर में प्लास्टिक (Plastic) को बैन करने के लिए अलग अलग अभियान चलाए जा रहे है उसके बावजूद भी लोग इसका इस्तेमाल करना अब तक बंद नहीं कर रहे हैं। जिसका नुकसान अब लोगों के शरीर में भी देखने को मिल रहा है। प्लास्टिक के इस्तेमाल से अब लोगों के खून में प्लास्टिक जमा हो रहा है। जी हां, पहले ये खबर सामने आई थी कि समुद्री जीवों के शरीर में माइक्रो-प्लास्टिक पाया जा रहा है।
लेकिन अब ये खबर सामने आई है कि इंसानों के खून में भी माइक्रोप्लस्टिक पाया जा रहा है। प्लास्टिक की वजह से अब तक कई जीवों की मौत हो चुकी है। अब नए अध्ययन में पता चला है कि इंसानों के खून में भी प्लास्टिक के कण मिले हुए हैं। 80 प्रतिशत लोगों के खून में मइक्रोप्लास्टिक पाया गया है।
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बड़ी बात ये है कि प्लास्टिक के सबसे जाने माने पॉलीइथाइलीन टेरीप्थेलेट (PET) के कुछ कण इंसानों के खून में है। आमतौर पर ये प्लास्टिक की बोटल और कपड़ों की पैंकिग में पाया जाता है। ऐसे में कई मात्रा में लोग प्लास्टिक की बोटल का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में सांस लेने में और खाने के माध्यम से और पानी पिने से लोगों के शरीर में जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, प्लास्टिक के खून में मिलने से शरीर में क्रोनिक इन्फ्लामेशन की शिकायत होना संभावित है। बताया जा रहा है कि अब तक 22 लोगों के रक्त के सैंपलों की 5 तरह के प्लास्टिक की जांच के लिए जांच की गई है। ऐसे में पॉलीप्रोपाइलीन, पॉलीस्ट्रीन, पॉलीमिथाइल मेथाक्रायलेट, पॉलीथाइलिन और पॉलीथाइलिन टेरिप्थेलेट इसमें पाए गए है।