नई दिल्ली : कोरोना महामारी ने देश-दुनिया की कमर तोड़ कर रख दी है. इसका सीधा-सीधा असर अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिला है. भारतीय अर्थव्यवस्था पर नजर डालें तो दूसरी तिमाही में 2,53,532.3 करोड़ रुपये अग्रिम कर संग्रह सहित केंद्र सरकार का कुल कर संग्रह चालू वित्त वर्ष में आंका गया है. ठीक एक साल पहले से इसकी तुलना की जाए तो इसमें 22.5 की कमी देखने को मिली है.
आयकर विभाग के एक सूत्र से मिली जानकारी की माने तो पिछले वित्त वर्ष में 15 सितंबर 2019 तक कुल कर संग्रह 3,27,320.2 करोड़ रुपये आंका गया था, जबकि इसमें इस वित्तीय वर्ष की तुलना में बहुत हद तक कमी पाई गई गई. बता दें कि इससे पहले इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कुल कर संग्रह का आंकड़ा 31 फीसद तक कम हो चुका था. ऐसे में इस बार इसमें काफी कमी देखने को मिली है.
इस मामले में वित्त राजयमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर का कहना है कि देश के कुछ राज्यों द्वारा जीएसटी राजस्व की कमी की पूर्ति हेतु केंद्र की प्रस्तावित उधार योजना पर आपत्ति जताई गई है. ऐसे में उन सभी राज्यों से अनुरोध है कि वे दोनों विकल्पों में से किसी एक को चुनें.