भोपाल। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बगैर ग्वालियर में पत्ता तक नहीं हिलता यह बात एक बार फिर उस वक्त साबित हो गई जब गृह मंत्रालय को एक पुलिस अधिकारी को वापस बुलाना पड़ गया। जिस पुलिस अधिकारी को वापस बुलाया गया उन्हें ग्वालियर में डीआईजी बनाकर भेजा गया था लेकिन महाराज की इच्छा के बगैर यह काम हुआ था इसलिए अधिकारी को वापस बुलाकर महाराज के हिसाब से नये अधिकारी को ग्वालियर भेजना पड़ा।
मध्यप्रदेश के गृह मंत्रालय ने डी श्रीनिवास वर्मा को ग्वालियर में डीआईजी बनाकर भेजा था, बताया गया है कि उक्त पुलिस अधिकारी की पोस्टिंग महाराज को पंसद नहीं आई और यही कारण रहा कि वे पदस्थापना होने के बाद भी ग्वालियर आकर अपना चार्ज नहीं ले सके। स्थिति यह हो गई कि वर्मा को छुट्टी पर जाना पड़ा क्योंकि वे भोपाल से रिलीव भी कर दिए गए थे। अंततः सिंधिया की स्वीकृति के बाद मंत्रालय ने अनिल कुमार शर्मा को सागर से ग्वालियर भेजा। मंत्रालय में कहा जा रहा है कि इस घटनाक्रम के साथ ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक मैसेज लाउड एंड क्लियर कर दिया है कि उनके ग्वालियर में दखल नहीं देना है।